समाजवादी पार्टी के संस्थापक, संरक्षक और समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव के निधन उत्तराखंड भी शोकाकुल है। भाजपा, कांग्रेस सहित विभिन्न संगठनों ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है। अपनी शोक संवेदना में मुलायम सिंह के देहावसान को राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। मुलायम सिंह का उत्तराखंड से विशेष नाता रहा है जिसके कारण यहां के नेताओं ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर गहरा दुख जताया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर ट्वीट कर लिखा है, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन का समाचार दुखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मुलायम सिंह यादव के निधन पर दुख जताया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व रक्षा मंत्री भारत सरकार एवं समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेताजी मुलायम सिंह यादव जी के दु:खद निधन पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।’
अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन का समाचार दुखद है। उन्हें मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। नेताजी ने अपने राजनीतिक जीवन में विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए देश और समाज की सेवा की है। ईश्वर पुण्य आत्मा का शांति व शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें।
वरिष्ठ अधिवक्ता एवं पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के अभिन्न सहयोगी रहे अधिवक्ता हरबीर सिंह कुशवाह ने अपनी शोक संवेदना में कहा है कि मुलायम सिंह यादव के चले जाने से समाजवाद का एक स्तंभ ढह गया है। उन्होंने कहा है कि मुलायम सिंह यादव ने राम मनोहर लोहिया के मूल्यों को आगे बढ़ाने का काम किया। उनके निधन से जो क्षति हुई है उसका भर पाना कठिन है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अपनी शोक संवेदना में कहा है कि विनम्र श्रद्धांजलि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं, ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने कहा कि मुलायम सिंह का आकस्मिक निधन देश एवं उत्तर प्रदेश की अपूर्णीय क्षति है उनके निधन से राजनीति में जो स्थान रिक्त हुआ है, उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह ने समाजवादी आन्दोलन से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री के रूप में अपनी लम्बी सेवाएं दी हैं। उनका लम्बा राजनैतिक सफर रहा है, जिसमें उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे।
राज्य आंदोलन के दौरान मुलायम सिंह यादव को लेकर पहाड़ के जनमानस में नाराजगी थी लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि मुलायम सिंह उत्तराखंड के सबसे बड़े हितैषी रहे हैं। उनका पर्वतीय राज्य उत्तराखंड और गैरसैंण राजधानी को लेकर पहला ड्राफ्ट तैयार करने में अहम योगदान रहा है। उनकी दोनों बहू भी पौड़ी जिले ताल्लुक रखती हैं। एक बहू बिष्ट से तो दूसरी रावत परिवार से आती हैं।
उत्तराखंड में डीएवी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रहे स्वर्गीय विनोद बड़थ्वाल तथा वर्तमान कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना मुलायम सिंह यादव के अनन्य सहयोगी थे। विनोद बड़थ्वाल को उत्तराखंड का सुपर सीएम मना जाता था। समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सम्यनारायण सचान ने भी मुलायम सिंह यादव के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।
उल्लेखनीय है कि नेताजी के नाम से लोकप्रिय समाजवादी पार्टी के संस्थापक, संरक्षक मुलायम सिंह यादव का मुलायम सिंह का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सोमवार सुबह को निधन हो गया। वे कई दिनों से यहां भर्ती थे।