समाजवादी वादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का सोमवार सुबह निधन हो गया। उनके निधन पर देश के सभी बड़े नेताओं ने दुख व्यक्त किया है। यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलायम सिंह के पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से फोन पर बात की और संवेदनाएं व्यक्त की।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का निधन अत्यंत दुखदाई है। उनके निधन से समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत हुआ है। सीएम योगी ने कहा कि ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना एवं शोकाकुल परिजनों एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मुलायम सिंह यादव के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा करती है और उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।
मायावती ने ट्वीट कर व्यक्त की संवेदनाएं
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर श्रद्घांजलि दी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के वयोवृद्ध नेता व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव जी के आज निधन हो जाने की ख़बर अति-दुःखद है। उनके परिवार व सभी शुभचिन्तकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने व्यक्त की संवेदनाएं
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि देश के पूर्व रक्षा मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव जी का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें व अपार दुःख की घड़ी में हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
मुलायम सिंह के निधन पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने उन्हें श्रद्घांजलि देते हुए कहा कि नेताजी का जाना बेहद दुखद है। निशब्द हूं। ऐसी विभूति धरती पर कभी कभार आती है। नेताजी मुलायम सिंह यादव ने जो थाती सौंपी है। उसे बचाने का निरंतर प्रयास होगा।
पूर्व सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव का न रहना हम लोगों की व्यक्तिगत क्षति है। इसकी भरपाई नहीं हो सकती है। उन्होंने समाज को एक नई दिशा दी। गरीब, मजदूरों की ताकत बने। वर्षों से दबे कुचले लोगों को आवाज उठाने की ताकत दी।
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने श्रद्घांजलि देते हुए कहा कि नेताजी के साथ समाजवादी आंदोलन के एक युग का अंत हो गया है। राजनीति की एक पीढ़ी समाप्त हुई है। इसकी भरपाई नहीं हो सकती है। नेताजी ने जो रास्ता दिखाया है, उस पर चलते हुए गरीबों मजदूरों की लड़ाई लड़ी जाएगी।
समाजवादी पार्टी के सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव के जाने से हम लोगों ने अभिभावक खो दिया है। यह असहनीय पीड़ा है। इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
सपा क पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव हम लोगों के संरक्षक रहे। 1987 में लोकदल का विभाजन हुआ। अजीत गुट ने लोकदल आ बनाया । मुलायम सिंह यादव ने लोकदल ब के जरिए एकजुट किया। फिर लोकतांत्रिक मोर्चा बना। यहीं से क्रांतिकारी मोर्चा की शुरुआत हुई और रथ यात्रा निकली। लखनऊ में यात्रा का नेतृत्व हमने किया। भगवती सिंह और हीरालाल अभिभावक के रूप में मौजूद थे। इस यात्रा ने क्रांतिकारी बदलाव किए।