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वह दिन दूर नहीं जब गुजरात में हवाई जहाज बनेंगे: नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेहसाणा जिले के मोढेरा में कहा कि गुजरात में नरेन्द्र और भूपेन्द्र की डबल इंजन की सरकार विकास की ऊंचाइयों को छूने को प्रयत्नशील है। मेहसाणा जिले की बिजली-पानी की समस्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसे दूर करके जिले में खेती, स्वास्थ्य समेत उद्योगों का जाल बिछाया गया है। इसकी वजह से जिस जगह कभी साइकिल बनने की बात दूर की लगती थी, वहां जापान की कंपनियां कार बना रही हैं। गुजरात में मेट्रो ट्रेन के डिब्बे बन रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब यहां हवाई जहाज बनने लगेंगे। इससे पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने मेहसाणा जिले की विभिन्न विकास प्रकल्पों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। मोढेरा को देश का पहला सोलर विलेज के रूप में घोषित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास प्रकल्पों से मेहसाणा, मोढेरा समेत पूरे उत्तर गुजरात के लिए विकास की नई ऊर्जा का संचार हुआ है। बिजली, पानी से लेकर रोड, रेल और डेयरी से लेकर कौशल विकास, स्वास्थ्य से जुड़े अनेक प्रकल्पों का लोकार्पण और शिलान्यास से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। पूरे क्षेत्र में हैरिटेज टूरिज्म से जुड़ी विधाओं का विस्तार होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान सूर्य के धाम मोढेरा में सुखद संयोग है कि आज शरद पूर्णिमा और महर्षि वाल्मीकि जयंती भी है। इन्होंने भगवान राम के समरस जीवन का दर्शन कराया और समानता का संदेश दिया।

मोदी ने कहा कि मोढेरा में चिर पुरातन संस्कृति और आधुनिक तकनीक का संगम हुआ है। पहले मोढेरा को लोग सूर्य मंदिर के नाम से जानते थे लेकिन अब इससे प्रेरणा लेकर लोगों में सूर्यग्राम भी बन सकता है, यह विचार पैदा होगा। दुनिया में मोढेरा अपना स्थान बनाएगा।

मोदी ने कहा कि गुजरात का सामर्थ्य जो आज मोढेरा में नजर आ रहा है, वह गुजरात के हरेक कोने में मौजूद है। उन्होंने कहा कि इस सूर्य मंदिर को ध्वस्त करने के लिए आक्रांताओं ने अनगिनत अत्याचार किए। आज यह अपनी पौराणिकता के साथ आधुनिकता लिए दुनिया के लिए मिसाल बन रहा है। भविष्य में जब भी दुनिया में साैर्य ऊर्जा की बात होगी मोढेरा का नाम लिया जाएगा। यहां सब कुछ सोलर पावर से संचालित हो रहा है। घर और वाहन सभी सोलर पावर से संचालित होगी। यहां के घर और खेत वाले लोग बिजली के कारखाने के मालिक बने हैं। जरूरत के अनुसार बिजली उपयोग करेंगे और ज्यादा हो तो सरकार को बेच देंगे।

मोदी ने मेहसाणा की 20 वर्ष पुरानी व्यवस्था का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि लोगों को तब बिजली, पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता था। योग्यता के बावजूद ऊंचाई पर जाने का अवसर नहीं मिला। कानून-वयव्स्था की स्थिति चिंताजनक थी। अहमदाबाद जाने के लिए पूछना पड़ता था कि वहां शांति है या नहीं। कफ्यू बचपन से ही लोग सुनते थे लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कोई भी परिवर्तन ऐसे नहीं आता है। इसके लिए दूरदर्शी सोच चाहिए। पंचामृत योजना शुरू की। आने वाली पीढी की चिंता की। खेती से समृिदध का रास्ता चुना। देश के 18 हजारा गांवों में 1000 दिनों में बिजली पहुंचाया। सुजलाम सुफलाम से जो पानी समुद्र में बहता था वह गुजरात के खेतों में पहुंचा। किसान तीन-तीन फसल बोने लगे। मेहसाणा में उद्योग धंधों में भी तेजी से फैला। सभी उद्योगों के लिए ऊर्जा केन्द्र बन रहा है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में विकास हुआ। जापान के लोग यहां आकर गाडी बनाते हैं। यहां तीन प्लांट और लाखों गाड़ियां बन रही है। साइकिल बनाने में मुश्किल थी, अब गाड़ियां बन रही है। मेट्रों का कोच गुजरात में बन रहा है। वह दिन दूर नहीं जब हवाई जहाज भी गुजरात में बनेगा। उन्होंने कहा कि बड़े प्रोजेक्ट के आने से राेजगार के अवसर पैदा हुए हैं। दो दशक से कनेक्टिवटी पर जोर दिया। डबल इंजन की सरकार नरेन्द्र और भूपेन्द्र ने इसे गति दी है। पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलते पीएम ने कहा कि मेहसाणा में अंग्रेजों के जमाने में 90-95 वर्ष पूर्व 1930 में एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें मेहसाणा, अंबाजी, तारंगा,आबू रोड रेल लाइन का प्रस्ताव बनाया। आज इतने वर्ष तक यह योजना फाइलों में रही, अब जाकर इस पर काम शुरू हुआ है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों में मेडिकल कॉलेज खुले। सस्ती जेनरिक दवाओं से लोगों की बचत हो रही है। इस क्षेत्र के पर्यटन की चर्चा कर पीएम ने कहा कि जैसे काशी अविनाशी है, उसका कभी अत नहीं हुआ, उसी तरह दूसरा शहर वडनगर है, जिसका कभी खंत नहीं हुआ। यहां तीन हजार साल से हमेशा मानव बस्ती रही है। मोदी ने कहा कि वे देश भर के शक्तिपीठों, मंदिरों और तीर्थ स्थलों को भव्यता, दिव्यता को पुनरस्थापित करने में जीन जान से काम कर रहे हैं। इमानदारी से प्रयास कर रहे हैं। पावागढ में 500 साल बाद ध्वजा फहराया।

3100 करोड़ रुपये के प्रकल्पों का लोकार्पण-भूमिपूजन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार दोपहर बाद अपने तीन दिवसीय दौरे पर अहमदाबाद पहुंचे। यहां से वे मेहसाणा जिले के मोढ़ेरा पहुंचे। मोढ़ेरा में प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने मेहसाणा जिले के 3092 करोड़ रुपये के विकास योजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इसमें 1145 करोड़ के विकास कामों का लोकार्पण शामिल है। इसमें 511 करोड़ रुपए के खर्च से साबरमती-जगुदण गेज कन्वर्जन (53.43 किमी) का लोकार्पण किया गया। यह अहमदाबाद-मेहसाणा गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट (68.78 किमी) का एक भाग है। इसके साथ ही 336 करोड़ रुपये के खर्च से ओएनजीसी-नंदासण सरफेस फेसिलिटी का लोकार्पण किया गया। इसके अलावा एम.एस.पाइपलाइन प्रोजेक्ट, मोढेरा सोलार विलेज, धरोई आधारित वडनगर,खेरालू और धरोई ग्रुप रिफॉर्म स्कीम, बेचराजी-मोढेरा-चाणस्मा रोड, उंझा-दसाज-उपेरा-लाडोल रोड एक्सपान्शन का काम, मेहसाणा में रिजनल ट्रेनिंग सेंट (स्पीपा) और मोढेरा सूर्य मंदिर में लाइट एंड साउंड शो का समावेश है। प्रधानमंत्री ने इसके अलावा 1181.34 करोड़ रुपये के खर्च से एनएच-68 के पाटण से गोझारिया तक सड़क का फोर लेन अपग्रेडेशन और पीएस हाइवे के काम का भूमिपूजन भी किया गया। प्रधानमंत्री ने यहां 340 करोड़ रुपये के खर्च से मिल्क पाउडर प्लांट, 110 करोड़ के खर्च से टेट्रा पैक प्लांट और 106 करोड़ रुपये के खर्च से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के कार्यों का भूमिपूजन किया। विसनगर-उमटा-सुंढिया-खेरालू रोड पर ब्रिज के काम का भूमिपूजन किया गया।

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में 1800 से अधिक पुलिस बल तैनात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर मेहसाणा समेत आसपास के साबरकांठा, बनासकांठा, पाटण और अरवल्ली मिलाकर 5 जिलों के 9 एसपी स्तर के अधिकारी, 17 पुलिस उपाधीक्षक, 50 पीआई, 140 पीएसआई और 1800 पुलिसकर्मी तैनात किए गए।

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