उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के जवाब में बुधवार को दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना ने सतह से सतह पर मार करने वाली चार मिसाइलें दागीं। अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने उत्तर कोरिया के आगामी नए परमाणु परीक्षण को अंतरराष्ट्रीय स्थायित्व के लिए गंभीर खतरा पैदा करने वाला बताया है। इसी बीच बुधवार को परीक्षण के दौरान दक्षिण कोरिया की एक ह्युनमू-2सी मिसाइल लांच के बाद विफल होकर गिर गई। दक्षिण कोरियाई सेना ने कहा कि इससे कोई घायल नहीं हुआ है।
पेंटागन ने कहा कि यदि प्योंगयांग ने फिर से ऐसा परीक्षण किया तो वह गंभीर भड़काऊ कदम होगा और क्षेत्र एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एवं स्थायित्व के लिए खतरा पैदा करेगा। उत्तर कोरिया पर लगाम लगाने और भविष्य की रणनीति को लेकर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-येओल और जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा इसी सप्ताह फोन पर बातचीत करेंगे। यून के कार्यालय ने बुधवार को कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा दागी गई आइआरबीएम मिसाइल को लेकर तनाव पैदा हो गया है। दोनों नेता गुरुवार को बात कर सकते हैं।
दक्षिण कोरिया की एक मिसाइल विफल रही, जिससे उसके एक तटवर्ती शहर के लोग युद्ध शुरू होने की आशंका से सहम गए। उत्तर कोरिया ने मंगलवार को एक इंटरमीडिएट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (आइआरबीएम) दागी थी। इस मिसाइल के कारण जापान में अफरा-तफरी मची और रेल सेवा निलंबित करते हुए सरकार ने लोगों से सुरक्षित ठिकानों में जाने के लिए कहा था।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने उत्तर कोरिया के परीक्षण की निंदा की है। यूरोपीय यूनियन ने इसे लापरवाही भरा और जानबूझकर उठाया गया भड़काऊ कदम कहा है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने भी इसकी निंदा करते हुए कहा है कि यह सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है।
अमेरिकी सेना एवं उसके सहयोगियों ने प्योंगयांग के जवाब में बुधवार को शक्ति प्रदर्शन तेज कर दिया। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ आफ स्टाफ ने बुधवार को कहा कि दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी सेना ने समुद्र में मिसाइलें दागीं।