प्रदेश सरकार ने किसानों की आमदनी को बढ़ाने के लिए एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सरकार ने बागवानी विभाग की ओर से किसानों को दिए जाने वाली अनुदान राशि में बढ़ोतरी कर दी है। बाग लगाने वाले किसान को विभाग की ओर से 50 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा। यह जानकारी कृषि उपनिदेशक डॉ पवन शर्मा ने शनिवार को दी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रही है और किसानों की सुविधा के लिए सरकार की ओर से नई-नई योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है। इसी कड़ी में सरकार ने बाग लगाने वाले किसानों को दी जाने वाली अनुदान राशि को बढ़ा दिया है। पहले 6 मी. बाई 6 मी. की दूरी पर अमरूद का बाग लगाने पर 7 हजार 660 रुपये प्रति एकड़ का अनुदान तीन वर्षों में दिया जाता था। अब उसे बढ़ाकर 43 हजार रुपये प्रति एकड़ कर दिया गया है।
कृषि उपनिदेशक ने बताया कि इसी प्रकार 6 मी. बाई 6 मी. की दूरी पर आम, नींबू प्रजाति, अनार, आड़ू, आलू बुखारा, नाशपाती, बबूगोसा व ड्रैगन फ्रूट लगाने वाले किसानों को भी इसी प्रकार अनुदान दिया जाएगा। जो किसान 6 मी. बाई 7 मी. की दूरी पर बेर, चीकू, लीची, आंवला व अन्य पौधों का बाग लगाते हैं तो उन्हें 25 हजार 500 रुपये प्रति एकड़ का अनुदान तीन वर्षों में दिया जाएगा। धान छोड़कर इस वर्ष यह बाग लगाते हैं तो उन्हें 32 हजार 500 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से तीन वर्षों में अनुदान दिया जाएगा। अगर किसान बागों में मचाना विधि अपनाते हैं तो उन्हें 70 हजार रुपये प्रति एकड़ अनुदान अलग से दिया जाएगा। अगर किसान अपने खेतों में टिशु कल्चर के खजूर के पौधे 8 मी. बाई 8 मी. की दूरी पर लगाएंगे तो उन्हें तीन वर्षों में 1 लाख 40 हजार रुपये प्रति एकड़़ अनुदान दिया जाएगा।
उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान भाईयों के लिए बाग लगाने का सही समय है। ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना का लाभ उठाएं।