मम्फोर्डगंज में रहने वाले 51 वर्षीय पीयूष कुमार श्रीवास्तव ने खुद को कमरे में बंद कर आत्मदाह कर लिया। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस को परिजनों ने बताया कि पीयूष अवसाद में थे और उनका मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक नहीं था। पुलिस के मुताबिक, पीयूष के माता पिता की मौत हो चुकी है और वह अपने भाई सौरभ श्रीवास्तव के साथ मम्फोर्डगंज स्थित मकान में रहते थे। सौरभ विकलांग हैं और ट्यूशन पढ़ाकर घर का खर्च चलाते हैं। रोज की तरह पीयूष बृहस्पतिवार रात भी ऊपर के तल पर अपने कमरे में सो रहे थे।
भोर में चार बजे के करीब उनकी चीखने की आवाज सुनाई दीं तो भाई सौरभ की नींद खुली। उनके शोर मचाने पर आसपास के लोग आ गए और फिर किसी तरह कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। इस दौरान वह आग से घिरा मिला। किसी तरह आग बुझाई गई लेकिन वह गंभीर रूप से झुलस चुका था।
परिजन उसे लेकर एसआरएन अस्पताल पहुंचे जहां इलाज के दौरान कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर जांच पड़ताल के लिए पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे में केरोसिन की दुर्गंध आ रही थी। इंस्पेक्टर राममोहन राय के मुताबिक, परिजनों ने यह भी बताया कि पीयूष की शादी नहीं हुई थी। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।