कानपुर में हॉस्टल की लड़कियों का नहाते हुए वीडियो बनाने के मामले में पुलिस ने हॉस्टल के केयर टेकर मनोज पांडेय और वार्डन सीमा पाल को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी रिषि की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। केस के सभी आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं।
बता दें कि बीते दिनों चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में हुए एमएमएस कांड की तरह कानपुर में भी काकादेव कोचिंग मंडी के एक गर्ल्स हॉस्टल में एमएमएस कांड हुआ है। हॉस्टल के एक कर्मचारी को गुरुवार को छात्राओं ने एक छात्रा का नहाते हुए वीडियो बनाते रंगेहाथ पकड़ा।
छात्राओं ने उसको पीटा और पुलिस को सौंप दिया। घटना से आहत आक्रोशित छात्राओं ने थाने में जमकर हंगामा किया था। रावतपुर पुलिस ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर उसका मोबाइल जब्त कर लिया है। वहीं, छात्राओं ने पुलिसकर्मी पर वीडियो डिलीट करने का आरोप लगाया था।
हॉस्टल का मालिक है सोमानी परिवार
इस भवन का मालिकाना हक सोमानी परिवार के पास है जिनसे हॉस्टल के संचालक मनोज पांडेस ने उक्त परिसर किराए पर अनुबंध के साथ लिया था। यहां वो छात्रावास का संचालन कर रहा था। बता दें कि गर्ल्स हॉस्टल के बाहर एसपी की नेम प्लेट लगी है। पुलिस ने इस तथ्य की भी जांच पड़ताल शुरू की है।
पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण दिखने के लिए सोमानी परिवार द्वारा अपने परिचित पुलिस अधिकारी की नेम प्लेट को गलत तरीके से लगाया गया था, जो कि नियमों के विपरीत एवं संबंधों का दुरुपयोग है।