केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को गुजरात के साणंद में 350 बिस्तरों वाले ईएसआईसी अस्पताल का भूमिपूजन किया। उन्होंने साइंस सिटी के पास अहमदाबाद अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा निर्मित भाडज ओवरब्रिज और विरोचनानगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं मिलन केंद्र-समाज वाडी का उद्घाटन भी किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव और श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस अवसर पर शाह ने देशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इस 350 बिस्तरों वाले अस्पताल में ओपीडी, इनडोर सुविधाएं, एक्स-रे, रेडियोलॉजी, प्रयोगशाला, ऑपरेशन थियेटर, प्रसूति, आईसीयू और अल्ट्रासाउंड सहित कई अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी और इसे सबके लिए एक परिपूर्ण अस्पताल बनाने का काम किया जाएगा। शुरुआत में साढ़े नौ एकड़ में बनने वाले 350 बिस्तर वाले इस अस्पताल को बनाने में 500 करोड़ रुपये की लागत आएगी और श्रम मंत्रालय ने दूरदर्शिता के साथ इस प्रकार की व्यवस्था की है कि जरूरत पड़ने पर इसे तुरंत 350 से 500 बिस्तर वाला अस्पताल बनाया जा सकेगा। शाह ने कहा कि इस अस्पताल से साणंद और आसपास के क्षेत्रों के लगभग 12 लाख श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ ही साणंद तहसील के सभी ग्रामीणों को लाभ होगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 2014 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री और भूपेन्द्र यादव के श्रम मंत्री बनने के बाद ईएसआईसी स्कीम बहुत सार्थक होने लगी है और इस योजना को बहुत आगे बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल बनने के बाद यहां मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज के निर्माण के लिए भी गुजरात सरकार भूमि उपलब्ध कराएगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रति एक होलिस्टिक अप्रोच को अपनाया है, जिसके तीन हिस्से हैं। पहला, मेडिकल साइंस से जुड़े सभी प्रकार के इन्फ्रास्ट्रक्चर और मानव संसाधनों का विस्तार करना। दूसरा, आयुष जैसी पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति को मुख्यधारा में लाना और तीसरा, तकनीक के माध्यम से देश के सभी गावों में एक्सपर्ट सुविधा पहुंचाना।
अमित शाह ने कहा कि 2013-14 में देश में सिर्फ 387 मेडिकल कॉलेज थे और 2021-22 में इनकी संख्या बढ़ाकर 596 करने का काम देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। एमबीबीएस की सीटों की संख्या 51000 से बढ़ाकर 89 हजार करने का काम मोदी सरकार ने किया। पीजी सीटें 31000 से बढ़ाकर 60 हजार करने का भी काम मोदी सरकार ने किया। इसके अलावा 60 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना का कार्ड देकर पांच लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने भी माता मृत्युदर, शिशु मृत्युदर और संस्थागत डिलीवरी जैसे कठिन मानकों में बहुत अच्छे तरीके से सुधार किया है। उन्होंने कहा कि साणंद क्षेत्र के लगभग तीन लाख श्रमिकों के लिए ये अस्पताल बहुत अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।