पवित्र शारदीय नवरात्र सोमवार से कलश स्थापना के साथ शुरू हो गए। भक्ति और शक्ति के पर्व पर पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा विधि-विधान से की गई। नवरात्र के पहले दिन भी बाजारों में पूजा सामग्री खरीदने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। मेरठ के कई मंदिरों में विशेष पूजन किए जाएंगे।
शारदीय नवरात्र अश्विन माह की प्रतिपदा तिथि 26 सितम्बर से शुरू हो गए। नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा की गई। मंदिरों और घरों में कलश स्थापना की गई। सोमवार सुबह छह बजकर 28 मिनट से आठ बजकर एक मिनट तक घट स्थापना का शुभ मुहूर्त रहा। घट स्थापना का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक रहा। ज्योतिषाचार्य पंडित राहुल अग्रवाल का कहना है कि सोमवार से शुरू होने के कारण शुभ संकेत है। मां का वाहन हाथी है, जो सुख और समृद्धि का प्रतीक है।
मंदिरों में होगा विशेष पूजा का आयोजन
मेरठ में मंदिरों और कुछ अन्य स्थानों पर विशेष पूजा का आयोजन होगा। सदर बाजार स्थित दुर्गाबाड़ी मंदिर में देवी पूजन पर सोमवार को घट स्थापना हुई। 96 साल से लगाकार यह आयोजन हो रहा है। कोलकाता से देवी के श्रृंगार और पूजन की साम्री मंगाई जाती है। यहां पर बंगाली समुदाय के लोगा धुनुची नृत्य करते हैं। सदर घंटाघर के सामने डीएवी कॉलेज के मैदान पर 44वां दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। घंटाघर स्थित मुकंदी देवी धर्मशाला में 27वां पूजा महोत्सव आयोजित होगा। भाटवाड़ा देवी मंदिर बुढ़ाना गेट में देवी पूजन विशेष तौर पर होगा। इस दौरान विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। सदर स्थित गुफा वाले मंदिर में भी विशेष दुर्गा पूजा होगी। नील की गली स्थित धर्मशाला में भी देवी का विशेष दरबार सजाया जा रहा है।
बाजारों में पूजा सामग्री खरीदने वालों की भीड़
शारदीय नवरात्र में पूजा सामग्री खरीदने के लिए बाजारों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है। शहर के कोटाला बाजार, लालकुर्ती, सेंट्रल मार्किट शास्त्रीनगर, सदर बाजार, जागृति विहार, कंकरखेड़ा, मोदीपुरम आदि बाजारों में दुकानों पर भीड़ लगी हुई है। लोग चुनरी, मां की मूर्तियां, मिट्टी के कलश, गुलाब, इत्र, धूप, दीप, आम के पत्ते, बर्तन आदि खरीद रहे हैं। कान्हा पौशाक सेंटर सैनिक विहार कंकरखेड़ा के निदेशक विजय मान का कहना है कि कारोना आपदा के बाद इस बार लोगों का त्योहार मनाने के प्रति उत्साह अधिक है। बाजारा में पूजन सामग्री खरीदने वालों की भीड़ उमड़ रही है। लोगा विधि-विधान के अनुसार पूजन सामग्री खरीद रहे हैं।