पड़ोसी देश पाकिस्तान ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर राग अलापा है। अब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र में कहा है कि 5 अगस्त 2019 को कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया, जिसके बाद से जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त हो गया। कुछ दिन पहले न्यूयॉर्क में इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी ने भी भारत से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को वापस लेने का आग्रह किया था।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा मुल्क बाढ़ के भीषण हालातों से गुजर रहा है। बच्चों और महिलाओं सहित करीब साढ़े तीन करोड़ लोगों पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान में जीवन पूरी तरह बदल गया है। पाक प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल भीषण बाढ़ में मेरे देश के 1500 लोग दुनिया से चले गए, जिसमें 400 से अधिक बच्चे शामिल हैं। इससे कहीं अधिक लोगों पर बीमारी और कुपोषण का खतरा मंडरा रहा है। लाखों लोग अभी भी कैंप में सूखी जमीन का इंतजार कर रहे हैं।
भारत को लेकर शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत को रचनात्मक जुड़ाव के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए विश्वसनीय कदम उठाने चाहिए। हम पड़ोसी हैं और यह फैसला हमारा होगा कि हम शांति से रहें या एक-दूसरे से लड़ते रहें। भाषण के आखिर में शरीफ ने कहा, ‘हम भारत के साथ शांति चाहते हैं लेकिन स्थायी शांति कश्मीर मुद्दे के ‘समाधान’ से ही संभव है।’
शहबाज ने कहा कि मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि भारत इस संदेश को समझे कि दोनों देशों के पास आधुनिक हथियार हैं लेकिन युद्ध कोई विकल्प नहीं है, सिर्फ शांतिपूर्ण बातचीत से ही मुद्दों का समाधान हो सकता है। जिससे आने वाले समय में दुनिया और अधिक शांतिपूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि 1947 के बाद से हमारे बीच तीन युद्ध हुए हैं और इनके परिणामस्वरूप दोनों तरफ सिर्फ दुख, गरीबी और बेरोजगारी बढ़ी है। अब यह हम पर निर्भर है कि हम अपने मतभेदों, अपनी समस्याओं और अपने मुद्दों को शांतिपूर्ण बातचीत और चर्चा के माध्यम से हल करें।