निखिल सिद्धार्थ की फिल्म ‘कार्तिकेय 2’ ने अपने साथ ही बॉक्स ऑफिस पर पहुंची फिल्मों में से आमिर खान ‘लाल सिंह चड्ढा’ और अक्षय कुमार की फिल्म ‘रक्षा बंधन’ को पीछे छोड़ दिया। ‘कार्तिकेय 2’ की सफलता से निखिल सिद्धार्थ को बॉलीवुड की फिल्मों के ऑफर मिलने शुरू हो गए हैं। वह बताते हैं, ‘हां, हिंदी सिनेमा के दो बड़े प्रोडक्शन हाउस से मुझे फिल्मों के ऑफर मिले हैं। लेकिन, जब तक फिल्म साइन नहीं कर लेता तब तक उनका नाम बताना ठीक नहीं होगा। फिलहाल, मैं तेलुगू फिल्मों पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहूंगा लेकिन अगर कोई अच्छे मुद्दे पर, राष्ट्रहित पर बड़ी हिंदी फिल्म सामने आई तो इस पर जरूर विचार करूंगा। क्रिकेट के बाद सिनेमा में ही वो ताकत है जो देश को जोड़ती है।’
इस बातचीत के दौरान निखिल खुलासा करते हैं कि उनकी अगली फिल्म ‘कार्तिकेय 3’ पर भी काम शुरू हो गया है। वह बताते हैं, ‘फिल्म ‘कार्तिकेय 3′ की स्क्रिप्ट पर शुरू हो चुका है। इस बार निर्माता इस फिल्म को बड़े पैमाने पर रिलीज करना चाहते हैं। इसके अलावा मैं एक स्पाई फिल्म भी कर रहा हूं जिसमें मै भारतीय रॉ एजेंट की भूमिका निभा रहा हूं। इस फिल्म में देश के एक बहुत ही गंभीर मुद्दे को उठाया गया है। सनातन धर्म से जुड़ी कहानियां और सामाजिक मुद्दों पर बनने वाली फिल्में मुझे बहुत पसंद है। मेरी हमेशा कोशिश यही रहेगी कि मैं ऐसी ही फिल्मों का हिस्सा रहूं।’
बड़े परदे पर धार्मिक फिल्मों की सफलता के साथ साथ छोटे परदे पर भी ‘रामायण’ व ‘महाभारत’ की लोकप्रियता को निखिल भारतीय जनमानस की असली पहचान बताते हैं। वह कहते हैं, ‘ऐसी फिल्मों को फिर से बड़े स्तर पर बनाना चाहिए। इस तरह की फिल्में लोग खूब देखते भी हैं। बालाजी के ऊपर बनी तेलुगू फिल्म ‘अन्नामय्या’ मैंने बचपन में सिनेमाघर जाकर 20-25 बार देखी थी। देश व धर्म के ऊपर फिल्में लगातार बननी चाहिए। और, धर्म से ज्यादा मैं तो कहता हूं हमारी भारतीय संस्कृति पर व हमारे पुराने जमाने की कहानियों पर फिल्में बननी चाहिए। जैसी कहानियां हम बचपन में अपनी दादी और नानी से सुना करते थे।’