ओमेक्स आर-2 अपार्टमेंट में मंगलवार शाम 6 बजे के करीब 18वीं मंजिल से मासूम तान्या चौरसिया (3) बेसमेंट जा गिरी। हादसे में मौके पर ही उसकी मौत हो गई। ज्यादा ऊंचाई से गिरने के कारण सिर पूरी तरह से क्षतविक्षत हो गया। गार्ड ने देखकर तत्काल सूचना अपार्टमेंट के लोगों को दी। सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल सुशांत गोल्फ सिटी थाने को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू किया। हालांकि देर रात तक परिजन शव के पोस्टमार्टम न कराने की मांग कर रहे थे। वहीं पुलिस लोगों को समझा रही थी।
प्रभारी निरीक्षक सुशांत गोल्फ सिटी शैलेंद्र गिरी के मुताबिक मूलरूप से हरदोई के अतरौली स्थित गौरिया कला निवासी ब्रजकिशोर चौरसिया ओमेक्स आर-2 के पास सरसवां गांव में किराए पर रहते हैं। परिवार में उसकी पत्नी पूनम और तीन साल की बेटी तान्या है। पूनम ओमेक्स आर-2 के टावर नंबर-20 निवासी अर्पण गुप्ता के फ्लैट में घरेलू काम करती है। स्थानीय लोगों व सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक रोज की तरह पूनम मंगलवार को भी अपनी बेटी तान्या के साथ अर्पण गुप्ता के घर काम करने पहुंची। शाम 6 बजे के करीब वह साफ-सफाई के बाद कूड़ा बाहर फेंकने के बाहर निकली। इसी बीच मासूम तान्या भी उसके पीछे बाहर आ गई।
सीढ़ी की रेलिंग पकड़कर खेलते हुए गिरी नीचे
बाहर आते ही पूनम कूड़ा फेंकने के लिए फ्लोर के डस्टबीन के पास गई। इसी बीच उसकी बेटी तान्या सीढ़ी की रेलिंग पकड़कर खेलने लगी। इसी बीच वह फिसल गई। रेलिंग के बीच से सीधे नीचे बेसमेंट में जा गिरी। 18 मंजिल पर उसका सिर लगातार टकराता रहा। बेसमेंट में गिरते ही सिर पूरी तरह से क्षतविक्षत हो गया। बेसमेंट में तैनात सुरक्षाकर्मी को कुछ गिरने की आहट मिली तो देखने गया। बेसमेंट में माूसम का क्षतविक्षत शव पड़ा था। सुरक्षाकर्मी ने तत्काल अन्य लोगों को सूचना दी। इसी बीच अपार्टमेंट के लोग जुट गये। पुलिस को सूचना दी गई।
बेटी को नीचे गिरता देख 10वीं मंजिल तक दौड़ी मां, बेहोश
मासूम तान्या को सीढ़ी पर लगे रेलिंग के बीच से गिरता पूनम ने देख लिया। वह उसे बचाने के लिए लपकी लेकिन हाथ नहीं पहुंच सका। इसके बाद शोर मचाती हुई सीढ़ियों से ही नीचे दौड़ने लगी। 10वीं मंजिल तक आते ही वह बेहोश होकर गिर गई। हर फ्लोर पर चीखपुकार सुनकर लोग अपने फ्लैट से बाहर आये तो देखा पूनम बेहोश पड़ी थी। उसे तत्काल पानी का छींटा मारकर होश में लाया गया। फिर सभी भागकर नीचे पहुंचे। तो वहां मासूम तान्या का शव पड़ा था। बेटी का क्षतविक्षत शव देखकर पूनम बेसुध हो जा रही थी। वहीं कुछ देर में ब्रजकिशोर भी पहुंचा। उसका भी वहीं हाल था। साथ रहने वाले कुछ अन्य लोग भी पहुंचे जो संभालने में लगे थे।
सीढ़ियों के बीच नहीं लगाया गया है जाल
अपार्टमेंट व बड़े व्यावसायिक कॉम्पलेक्स में सुरक्षा की दृष्टि से लॉबी व सीढ़ियों के बीच खाली जगह में जाल लगाया जाता है। लेकिन ओमेक्स आर-2 में ऐसी सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया गया है। आवंटियों के मुताबिक अगर बिल्डर ने सीढ़ियों के बीच जाल लगा दिया होता तो मासूम तान्या बच जाती। वहीं आवंटियों के लिए भी सुरक्षा का पूरा इंतजाम रहता। आवंटियों ने बताया कि बिल्डर ने सीढ़ियों व बॉलकनी में लगे रेलिंग में काफी जगह खाली रखी है। सुरक्षा के लिए कुछ लोगों ने बॉलकनी के रेलिंग में जाल लगा रखा है। ताकि कोई बच्चा बीच से नीचे न गिर जाए।
एक साल पहले भी हुआ था हादसा
मिली जानकारी के मुताबिक अपार्टमेंट के इसी टॉवर में एक साल पहले भी मासूम की गिरकर मौत हो गई थी। आवंटियों के मुताबिक मामले में मुकदमा तक दर्ज कराया गया था। हालांकि उस मामले में क्या हुआ आवंटियों को इसकी जानकारी नहीं है।