राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के जन्मभूमि बेगूसराय की बिगड़ती व्यवस्था के विरोध में राज्यसभा सदस्य और राष्ट्रवादी विचारक प्रो. राकेश सिन्हा शुक्रवार को बेगूसराय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष उपवास पर बैठ गए हैं।
जिला मुख्यालय में स्वर्ण जयंती पुस्तकालय परिसर स्थित गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष उपवास पर बैठे राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा ने कहा है कि अराजकता पैदा कर सामाजिक जीवन को नष्ट किया जा रहा है। उसके लिए लोगों में चेतना जगाने तथा सरकार को बाध्य करने के लिए, अपनी संवैधानिक निष्ठा और दायित्व के लिए आज हम सब अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष उपवास पर बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि जो लोग संवैधानिक निष्ठा के साथ कार्य नहीं करते हैं, वे दायित्व का निर्वाह नहीं कर पाते हैं, जो कि आज बिहार सरकार में दिखाई पड़ रही है। अपराधी को जाति से जोड़ना तथा बेगूसराय के साहित्यिक, औद्योगिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चरित्र पर प्रहार करने की कोशिश की जा रही है, एक षड्यंत्र रचा गया है। विगत कुछ पखवाड़े से बेगूसराय के बिगड़ते चरित्र को सुरक्षित करने और अपने जिले के अस्तित्व को कलंकित होने से बचाने का प्रयास करें।
राकेश सिन्हा ने कहा है कि बेगूसराय के खिलाफ रचे गए उसी षड्यंत्र को विफल करने के लिए, लोगों की चेतना बढ़ाने के लिए हम अहिंसा के मार्ग से संगठित होकर गोलीबारी की संस्कृत से बाहर निकल अपने यथार्थ को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए उपवास कर रहे हैं।
प्रतिमा के समक्ष राकेश सिन्हा के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष राज किशोर सिंह, पूर्व विधायक श्रीकृष्ण सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता संजीव सिंह, शिक्षक नेता और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी डॉ. सुरेश प्रसाद राय सहित बड़ी संख्या में लोग उपवास पर बैठे हुए हैं। मौन बैठे तमाम नेता हाथ में पट्टी लिए हुए हैं, जिसमें ”बंद है जुबान जनता कर रही है त्राहिमाम, हृदय में कचोट है सरकार खामोश है” आदि पट्टी लिए हुए हैं।