ईरान अभी भारत को तेल आपूर्ति के रूप में पहले स्थान पर है। अगस्त में भारत को तेल आपूर्ति के मामले में संयुक्त अरब अमीरात चौथे स्थान पर था जबकि कजाखस्तान कुवैत को पीछे छोड़ पांचवें नंबर पर आ गया। उसके बाद अमेरिका का स्थान है।
रूस को पीछे छोड़कर सऊदी अरबिया देश का दूसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश बन गया है। तीन महीने पहले रूस ने सऊदी अरबिया को पीछे छोड़ा था। हालांकि इस दौरान भारत ने तेल उत्पाद देशों के संगठन (ओपेक) से तेल लेना भी कम कर दिया था और यह 59.8 फीसदी कम होकर 16 साल के निचले स्तर पर आ गया था। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। यह सऊदी अरबिया से हर दिन 863,950 बैरल (बीपीडी) कच्चा तेल आयात करता है।
चीन के बाद भारत सबसे बड़ा खरीदार
फरवरी में यूक्रेन के साथ युद्ध होने पर पश्चिमी देशों ने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया था। इसके बाद चीन और भारत ने रूस से सस्ते में तेल खरीदना शुरू किया। पहले स्थान पर चीन के बाद भारत रूस से तेल खरीदने के मामले में दूसरे स्थान पर है। भारत का रूस से मासिक तेल आयात जून में शीर्ष पर पहुंचने के बाद से कम हो गया है। भारत को तेल आपूर्ति में अप्रैल से अगस्त के दौरान रूस का हिस्सा 16 फीसदी रहा था।
अगस्त में तेल आयात 5 माह के निचले स्तर पर
कुछ रिफाइनरीज के रखरखाव के कारण भारत का अगस्त में कच्चा तेल आयात 44.5 लाख बैरल प्रतिदिन था। जुलाई की तुलना में इसमें 4.1 फीसदी की कमी आई है। भारत में डीजल की मांग मानसून के दौरान कम रही इस वजह से भी पश्चिमी अफ्रीकन देशों से भारत को कम आयात करना पड़ा।