इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि आने वाले वर्षों में देश में दूरसंचार क्षेत्र में और सुधार देखने को मिलेंगे और उन्होंने जोर देकर कहा कि इस उद्योग को भी सेवा की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार लाकर अपने हिस्से का काम करना होगा। श्री वैष्णव देश में डिजिटल अवसंरचना प्रदाता उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाले शीर्ष निकाय डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (डीआईपीए) की ओर से कल आयोजित किए गए मुख्य वार्षिक कार्यक्रम 2022 को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सेवा के गुणवत्ता मानकों में उल्लेखनीय वृद्धि की जानी चाहिए और इसके लिए दूरसंचार विभाग को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने सेवा की गुणवत्ता के मानकों में उल्लेखनीय वृद्धि कर आज की तुलना में लगभग 3X या 4X करने के लिए दूरसंचार विभाग को ट्राई को नया परामर्श पत्र भेजने की सलाह दी।
श्री वैष्णव ने कहा कि 5जी की यात्रा बहुत ही रोमांचकारी होगी। उन्होंने कहा कि अनेक देशों को 40% से 50% कवरेज तक पहुंचने में कई साल लग गए। लेकिन हम एक बहुत ही प्रबलता के साथ समयावधि को लक्षित कर रहे हैं और सरकार ने अल्पावधि में 80% कवरेज का लक्ष्य दिया है और हमें निश्चित रूप से बहुत ही कम समयावधि में कम से कम 80% कवर करना चाहिए।
श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दूरसंचार ऑपरेटरों और अवसंरचना प्रदाताओं सहित उद्योग को देश में सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए पूरी ऊर्जा से आगे बढ़ना होगा, अब जबकि कई सुधारों की घोषणा की जा चुकी है तथा कई अन्य सुधार होने वाले हैं। श्री वैष्णव ने कहा कि ये कदम एकतरफा नहीं हो सकते और समीकरण पारस्परिक होने चाहिए।
संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा देश विकासशील देश से विकसित देश में परिवर्तित हो रहा है और इस दर्जे को प्राप्त करने में दूरसंचार क्षेत्र की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रधानमंत्री के रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म का उल्लेख करते हुए कहा कि आगे बढ़ने के लिए इस क्षेत्र का यही नारा होना चाहिए।
श्री देवुसिंह चौहान ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र के विकास के लिए उपयोगकर्ताओं तक कनेक्टिविटी बहुत महत्वपूर्ण है और उन्होंने दूरसंचार ऑपरेटरों को इस दिशा में कड़ी मेहनत करने का परामर्श दिया। उन्होंने कहा कि 5जी कनेक्टिविटी को स्वास्थ्य, शिक्षा, खनन, परिवहन, लॉजिस्टिक क्षेत्र आदि में प्रमुख भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि डीआईपीए को इस संबंध में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
इस वर्ष के मुख्य वार्षिक कार्यक्रम का विषय “गति शक्ति विजन फॉर 5जी एंड बियॉन्ड” था।
कार्यक्रम के दौरान, ईवाई- डीआईपीए के ‘गतिशक्ति – भारत में त्वरित डिजिटल अवसंरचना लाने का मार्ग प्रशस्त करना’ शीर्षक वाले श्वेत पत्र का भी अनावरण किया गया। पत्र में इस तथ्य पर ध्यान केंद्रित किया गया है कि 5जी का आगमन भारत के लिए महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाला होगा और इसका सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने पर इसका गहरा प्रभाव पड़ने की संभावना है। 5जी से डेटा ट्रैफ़िक में वृद्धि होने की संभावना है, जिसकी वजह से मौजूदा नेटवर्क को अद्यतन करने और नए ग्रीनफ़ील्ड बनाने की आवश्यकता होगी। ऐसा दूरसंचार उद्योग में रुझानों के भविष्य पर ध्यान केन्द्रित करते हुए करना होगा।
इस अवसर पर डॉ. पी. डी. वाघेला, आईएएस, अध्यक्ष, ट्राई, श्री के. राजारमन, आईएएस, अध्यक्ष डीसीसी और सचिव (टी), दूरसंचार विभाग (डीओटी), डॉ. राजेश कुमार, मुख्य सचिव, मणिपुर, श्री आनंद सिंह, आईएएस, संयुक्त सचिव, डीओटी, श्री संजय कुमार, सीएमडी, रेलटेल, श्री सुभाष चंद, महानिदेशक, डीओटी, डॉ सुशील कुमार चतुर्वेदी, सीईओ, एसेंड टेलीकॉम, सुश्री जेनेट व्हाइट, हैड ऑफ पब्लिक पॉलिसी, एपीएसी, जीएसएमए, श्री जैक हेडन, अनुसंधान प्रमुख, एपीएसी, टावर एचेंज, श्री मिलिंद जोशी, पार्टनर- ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स और श्री महीप जैन, प्रबंध निदेशक, मैक्वेरी कैपिटल भी उपस्थित थे।