राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी समारोह में इस बार नारी शक्ति की प्रतीक पर्वतारोही संतोष यादव को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है। अब तक दो बार माऊंट एवरेस्ट पर सफलापूर्वक चढ़ाई करने वाली संतोष यादव पद्मश्री से अलंकृत हैं। आगामी 5 अक्टूबर को नागपुर के रेशमबाग परिसर में आयोजित संघ के स्थापना दिवस समारोह में संतोष यादव उपस्थित रहनेवाली हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में वर्षप्रतिपदा, शिवराज्याभिषेक दिवस, रक्षाबंधन, गुरु पूर्णिमा, विजया दशमी, मकर संक्रांति; ऐसे छह उत्सव मानाए जाते हैं। इन उत्सवों के आयोजन के पीछे संघ का अपना एक विशेष दर्शन होता है। नागपुर में तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के समापन का कार्यक्रम भी सांगठनिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने 27 सितंबर 1925 को विजयादशमी के दिन संघ की स्थापना की थी। इसके चलते विजयादशमी के अवसर पर संघ का स्थापना दिवस भी मनाया जाता है। संघ शिक्षा वर्ग का समापन और विजयादशमी को सरसंघचालक स्वयंसेवकों को पाथेय देते हैं। इन दोनों कार्यक्रमों में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाता है। इसी कड़ी में आगामी 5 अक्टूबर को आयोजित विजयादशमी कार्यक्रम में संतोष यादव मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित हैं। बीते दो दशकों में यह पहला मौका है जब किसी महिला को विजयादशमी के कार्यक्रम में बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है।
संतोष यादव अपने जीवन में दो बार माउंट एवरेस्ट पर जीत पाकर विश्व कीर्तिमान स्थापित कर चुकी हैं। उनकी इसी उपलब्धि के लिए भारत सरकार की ओर से वर्ष 2000 में उन्हें ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया गया। संतोष ने 1993 में पहली बार एवरेस्ट पर चढ़ाई कर जीत हासिल की। वह एवरेस्ट पर सफलता के झंडे गाड़ने वाली सबसे कम उम्र की महिला हैं। उन्होंने 1994 में दोबारा पर्वतारोहण किया और एवरेस्ट पर चढ़ाई करने में सफलता प्राप्त की। संतोष विश्व की एकमात्र महिला हैं, जिन्होंने दो बार एवरेस्ट पर चढ़ाई की है। 19 अप्रैल 2001को लिम्का बुक ऑफ रिकार्डस द्वारा सन्तोष को सम्मानित किया गया है।