मुंबई में 2500 करोड़ रुपये के ड्रग मामले में पुलिस ने अंबरनाथ स्थित नामाऊ केमिकल फैक्ट्री के मालिक जिनेंद्र वोरा को और इसी कंपनी की मैनेजर किरण पवार को गिरफ्तार किया है। करोड़ों रुपये की नशीली दवाओं के उत्पादन मामले में यह आठवीं गिरफ्तारी है।
दरअसल, एक महीने पहले मुंबई पुलिस के एंटी नारकोटिक्स सेल ने नालासोपारा में 1400 करोड़ रुपये की एमडी दवाओं को जब्त करने के बाद अंबरनाथ की नामाऊ केमिकल फैक्ट्री में तलाशी ली थी। यह कंपनी दवा निर्माण और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निर्यात के लिए 14 प्रकार के कच्चे माल का निर्माण करती है। फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये का नशीला पदार्थ जब्त किया गया था।
एंटी नारकोटिक्स सेल ने प्रेम शंकर सिंह को नशीला पदार्थ बनाने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस पर आरोप था कि वह बड़े पैमाने पर ड्रग्स का निर्माण करता था। बदले में कंपनी के मालिक को प्रति किलो के हिसाब से कमीशन देता था। मामले की गहन छानबीन के बाद एंटी नारकोटिक्स सेल ने केमिकल कंपनी के मालिक जिनेंद्र बोरा और इसी कंपनी की मैनेजर किरण पवार को गिरफ्तार किया है।
मुख्य आरोपित प्रेमशंकर नशीला पदार्थ बनाकर सोशल मीडिया माध्यम से उसकी बिक्री करता था। वह उच्च शिक्षित है और उसने मादक पदार्थों का कारोबार भी ऊंचे स्तर पर मुंबई और आस पास के इलाकों में चला रखा था। उसकी गिरफ्तारी गोंवंडी में मादक पदार्थ सहित एक महिला ड्रग पेडलर की गिरफ्तारी के बाद की गई थी। इस मामले में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।