इसके आगे अनिल कपूर ने कहा कि मैं उस समय साउथ इंडियन फिल्म कर रहा था। ऐसे में मुझे वह कुछ खास अच्छा नहीं लग रहा था। उन्होंने कहा जिस दिन मैंने यश चोपड़ा की फिल्म साइन की, मुझे लगा ‘ओह अब मैं ठीक हूं’। इस पर करण ने पूछा, ‘क्या आप उस समय जैकी की सफलता के बारे में असुरक्षित महसूस करते थे?’ अनिल ने जवाब दिया, ‘हां, वह अपने करियर में बहुत सफल हो गए थे।’ इसके बाद ने बताया कि जैसी काफी स्वीट थे। जब भी कोई उनसे ऑटोग्राफ लेने आता, तो वह उस डायरी को मुझे थमा देते और कहते ये तुम्हारे लिए है। पहले वह मुझसे ऑटोग्राफ दिलवाते और फिर खुद देते। लेकिन मैं ये बात जानता था कि वे लोग जैकी के लिए आते थे, मेरे लिए नहीं।
बता दें कि अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया है। वह ‘अंदर बहार’, ‘युद्ध’, ‘कर्मा’, ‘काला बाजार’, ‘कभी ना कभी’, ‘राम लखन’, ‘परिंदा’, ‘1942: ए लव स्टोरी’, ‘त्रिमूर्ति’, और ‘लज्जा’ जैसी कई फिल्मों में एक साथ नजर आए हैं। दोनों असल जिंदगी में काफी अच्छे दोस्त हैं।