घुघली थाना क्षेत्र के पकड़ी बिशुनपुर गांव से जुड़ी है घटना
घुघली थाना क्षेत्र के पकड़ी बिशुनपुर गांव की एक युवती के साथ छेड़छाड़ और मारपीट कर उसे बेहोशी हालत में सडक पर फेंकने का मामला समाने आया है। आरोपियों ने नाबालिग को न सिर्फ मार पीटकर घायल किया बल्कि उसके हाथ पांव बांधकर मरने के लिए छोड़ दिया था। अब पुलिस ने आधा दर्जन युवकों पर केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।
पीड़िता के पिता की तहरीर पर उसी गांव के कमलेश, सुभाष, रिंकू, अनिल, बकरेस आदि युवकों को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने पहले नाबालिक को मारा-पीटा। इसके बाद उनमें से ही कुछ ने उससे छेड़खानी शुरू की। जब लड़की ने इसका विरोध किया तो लगभग आधा दर्जन युवकों ने उसके हाथ पांव बांधे और धुनाई शुरू की। इस दौरान लड़की के मुँह मे कपड़ा भी ठूंस दिया। इस दौरान नाबालिग बेहोश हो गई। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि आरोपियों ने जब यह समझ लिया कि लड़की मर गई है तब उसे शिकारपुर जाने वाली सड़क पर फेंककर भाग गए। इधर, राहगीरों के देखने का बाद हल्ला होने पर गांव के लोग मौके पर पहुंचे और नाबालिक की शिनाख्त कर उसके घर सूचना भेजा।
इस संबंध में पुलिस सदर क्षेत्राधिकारी अजय सिंह चौहान का कहाना है कि पकड़ी बिशुनपुर गांव में एक परिवार के घर पर कई दिन से ईट पत्थर फेंके जा रहे थे। पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत घुघली थाने में किया था। शांति भंग में दोनों पक्ष को चालान कर दिया था, लेकिन जमानत से छूटने के बाद भी ईंट पत्थरों का पथराव नहीं रुका। मंगलवार को पीड़ित परिवार की एक नाबालिग लड़की का दोनों हाथ पीछे कर बांध आरोपियों ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस कर पिटाई की। वह बेहोश हो गई। फिर, घुघली से शिकारपुर जाने वाली सड़क के किनारे बेहोशी हालत में उसे फेंक दिया था।