बॉक्स ऑफिस पर हिंदी सिनेमा का समय कुछ खास नहीं चल रहा है। इन दिनों बेशक सिनेमाघरों में पैन इंडिया लेवल पर रिलीज हुई फिल्म ‘ब्रह्मास्त्र’ राज कर रही है। आलिया और रणबीर कपूर की इस फिल्म ने आते ही बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया। लेकिन इससे पहले रिलीज हुई ज्यादातर हिंदी फिल्में चंद दिनों में ही सिनेमाघरों से उतरती हुई नजर आईं। इसमें आमिर खान और अक्षय कुमार जैसे सितारों की फिल्में भी शामिल हैं। लेकिन बॉलीवुड में कुछ ऐसी फिल्में भी बनी हैं, जिन्होंने रिलीज होने के बाद पर्दे पर लगे रहने का जबरदस्त रिकॉर्ड बनाया है। इनमें से कोई फिल्म पांच तो कोई तीन साल तक सिनेमाघरों में लगी रही थी।
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995)
बॉलीवुड को पसंद करने वाले दर्शकों में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ नहीं देखी होगी। 1995 में रिलीज हुई इस फिल्म में शाहरुख खान और काजोल की केमिस्ट्री ने हर किसी का दिल जीत लिया। फिल्म की कहानी से लेकर गाने आज भी दर्शक पसंद करते हैं और बीते 27 साल से आज भी यह फिल्म दर्शकों के लिए मुंबई के मराठा मंदिर थिएटर में लगी हुई है। सुबह 11:30 बजे का शो दिखाया जाता है।
शोले (1975)
रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी फिल्म ‘शोले’ आज भी दर्शकों के बीच काफी पॉपुलर है और इस फिल्म ने रिलीज के समय भी धमाल मचा दिया था। अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र, हेमा मालिनी, संजीव कुमार, अमजद खान और जया बच्चन जैसे कलाकारों से सजी इस फिल्म को खूब पसंद किया गया। यह फिल्म रिलीज के बाद लगभग 286 सप्ताह (पांच साल) से ज्यादा समय तक सिनेमाघरों में लगी रही थी।
किस्मत (1943)
इस लिस्ट में फिल्म ‘किस्मत’ का नाम भी शामिल है, जिसका निर्देशन ज्ञान मुखर्जी ने किया था। फिल्म में अशोक कुमार, मुमताज शांति और शाह नवाज मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म सिनेमाघरों में 187 सप्ताह यानी लगभग तीन साल तक लगी रही थी।
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मुगल- ए- आजम (1960)
मुगल-ए-आजम हिंदी सिनेमा की सबसे लोकप्रिय फिल्मों में से एक है, जो रिकॉर्ड समय तक रिलीज के बाद सिनेमाघरों में लगी रही थी। पृथ्वीराज कपूर, दिलीप कुमार और मधुबाला स्टारर यह फिल्म लगभग 150 सप्ताह तक सिनेमाघरों में चल रही थी।
बरसात (1949)
राज कपूर के निर्देशन में बनी ‘बरसात’ इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर है। यह फिल्म करीब-करीब दो साल से ज्यादा समय तक थिएटर्स में चलती रही थी। फिल्म में राज कपूर, नरगिस और प्रेमनाथ की महत्वपूर्ण भूमिका थी।