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स्पेशल छोले और मक्खन से भरे कुलचे खाने के लिए ‘सोनू दे स्पेशल बटर वाले छोले-कुलचे’ पर पहुंचें,

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Top 5 Best Chole Kulche Stalls In Delhi

Delhi Food Outlets: छोले-कुलचे दिल्ली वालों का सालों से मन-जुबान मोह रहे हैं. इस गोलदार दिल्ली में कहीं भी भ्रमण कर लीजिए, छोले-कुलचे के ठिए आपको हर जगह दिख जाएंगे. असल में चटपटे छोलों के साथ तवे पर सेंके गए कुलचे स्वादिष्ट भी होते हैं, भूख भी शांत कर देते हैं और जेब पर भारी भी नहीं होते. विशेष बात यह है कि क्या अमीर, क्या गरीब, महिला, पुरुष, बच्चे-सभी को यह डिश पसंद है. आज हम आपको ऐसे छोले-कुलचे वाले के पास लेकर चल रहे हैं, जो अपने छोलों को स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें मसालों का खास पानी तो डालता ही है, साथ ही उसे मक्खन में फ्राई कर उसका स्वाद और बढ़ा देता है. इसके अलावा उसके मक्खन में सेंके गए कुलचे और उन पर धनिए का छिड़काव उनमें जानदार स्वाद भर देता है.

स्वाद भरने के लिए की जाती है खास मेहनत

नॉर्थ दिल्ली की रिहायशी कॉलोनी अशोक विहार सालों पुरानी है. सिस्टम से बसी हुई इस कॉलोनी में स्कूल, पार्क तो इफरात में हैं ही, साथ ही खाने-पीने के आउटलेट भी खूब मिल जाएंगे. इसी कॉलोनी के फेज-1 में श्रीराम-कृष्ण मंदिर के पास हर रोज करीने से एक ठिया सजता है. इस ठिए का नाम ‘सोनू दे स्पेशल बटर वाले छोले-कुलचे’ वाला है. यहां पर मिलने वाले छोले-कुलचे शानदार हैं, इसलिए दोपहर के वक्त तो यहां भीड़ इकट्ठा हो जाती है.

असल में यह ठिए वाला अपने छोलो-कुलचों में जिस तरह स्वाद भरता है और उनमें स्पेशल मसाले व चटखदार पानी डालकर मसालेदार बनाता है, उसके चलते लोग यहां खींचे चले आते हैं. इस डिश का स्वाद बढ़ाने के लिए बूंदी और हरे धनिए का विशेष रायता भी उपलब्ध है.

छोले-कुलचों के साथ और भी बहुत कुछ परोसा जाता है

आप ठिए वाले को ऑर्डर दीजिए. वह बड़े भगोने से छोले निकालकर उसे स्टील के छोटे बर्तन में डालता है. फिर उनमें बारीक कटी प्याज, टमाटर, अदरक और स्पेशल मसाले डालकर खूब मिलाता है. इन छोलों में और स्वाद भरने के लिए उसमें ढेर सारा नींबू का रस और हींग, पिसी अदरक व मसालों का स्पेशल पानी मिलाता है. तैयार हो चुके इन छोलों को इसके बाद मक्खन में तवे पर फ्राई किया जाता है. अब यह तैयार हो चुके हैं.

इसके साथ कुलचों को भी तवे पर मक्खन में सेंका जाता है. इसी दौरान सेंकते हुए इन कुलचों पर बारीक कटे हरे धनिए की बारिश की जाती है. एक दोने में छोले भरे जाते हैं. छोलों के ऊपर एक बार फिर से बारीक कटे टमाटर-प्याज की लेयर बिछाई जाती है. इसके बाद एक बड़ी प्लेट में छोले-कुलचे, साथ में हरी चटनी व सोंठ वाली मीठी चटनी, साथ में सलाद व अचार परोसा जाता है. खाते ही चोला मस्त हो जाएगा. तीन कुलचों के साथ इस डिश की कीमत 70 रुपये है. अगर साथ में जायकेदार रायता भी चाहिए तो वह भी अधिकतम 30 रुपये में उपलब्ध है.
सीक्रेट मसाला छोलों में उभारता है स्वाद

इस ठिए को करीब 22 साले पहले सोने ने लगाना शुरू किया था. उन्होंने शुरू से ही छोले-कुलचे पर हाथ आजमाए. उनका कहना है कि चूंकि इलाका संभ्रात हैं, इसलिए सफाई व स्वाद पर पूरा ध्यान दिया गया. छोलों में स्वाद भरने के लिए उन्हें फ्राई करने का सिस्टम ईजाद किया. वह अपने मसालों पर गर्व करते हैं. उनका कहना है कि कई खड़े मसालों से बनकर इस सीक्रेट मसाले को खुद ही घर पर तैयार किया जाता है. साथ ही छोलों में डाला गया मसालेदार पानी अलग स्वाद भर देता है. सुबह 10 बजे ठिया लग जाता है और शाम 4 बजे तक सब कुछ निपट जाता है. कोई अवकाश नहीं है. नजदीक ही मेट्रो स्टेशन केशव पुरम है.

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