नेपाल यात्रा पर पहुंचे चीन के शीर्ष तीसरे नंबर के नेता और सांसद ली झांशु ने नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से बातचीत की। झांशु ने नेपाल के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ भी वार्ता और द्विपक्षीय संबंधों और आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की।
चीन की संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थाई समिति के अध्यक्ष ली ने प्रधानमंत्री देउबा से मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री कार्यालय में मुलाकात की।
बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, नेपाली छात्रों की चीन वापसी, यात्री उड़ानों को फिर से शुरू करने और सीमा बंदरगाहों को फिर से खोलने सहित आपसी हित के व्यापक मामलों पर चर्चा की। चीनी पक्ष ने एक-चीन नीति पर नेपाल क रुख और चीन के मूल हितों के खिलाफ नेपाली क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करने की उसकी प्रतिबद्धता के लिए सराहना की।
ली ने प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया कि चीन तिब्बत में कोविड-19 मामलों को नियंत्रित करने के तुरंत बाद बंदरगाहों को फिर से खोल देगा, जबकि नेपाल में आगामी उत्सवों के लिए सामान और आपूर्ति ले जाने वाले कंटेनरों को जाने की अनुमति होगी।
नेपाल ने कहा कि चीनी प्रतिनिधिमंडल ने (हमें) सूचित किया कि वह नेपाल में चीनी-सहायता प्राप्त परियोजनाओं को लागू करने के प्रयासों को आगे बढ़ाएगा।
ली नेपाल के स्पीकर अग्नि प्रसाद सपकोटा के आमंत्रण पर सोमवार को तीन दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक ली ने विदेश मंत्री नारायण खडक़ा से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने आपसी हितों के मामलों पर चर्चा की।
इससे पहले, ली ने नेशनल असेंबली के अध्यक्ष गणेश प्रसाद तिमिल्सिना के साथ बैठक की और अंतर-संसदीय आदान-प्रदान और सहयोग सहित नेपाल-चीन संबंधों के विभिन्न मामलों पर चर्चा की।
ली ने नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्रियों के पी शर्मा ओली और पुष्प कमल दहल प्रचंड से भी बातचीत की और द्विपक्षीय संबंधों तथा आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की।