शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अब भ्रमण के दौरान गुलदस्ता, शॉल एवं मोमेंटो से सम्मानित नहीं किया जाएगा, बल्कि उन्हें पौधा एवं पुस्तक देकर सम्मानित किया जाएगा।
शिक्षा विभाग बिहार के अपर मुख्य सचिव ने इस पर रोक लगाते हुए सभी अधिकारियों को आदेश का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बिहार के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक को आदेश जारी किया है। भ्रमण के दौरान स्वागत में होने वाले अनावश्यक खर्च को लेकर शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है।
अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी पत्र के अनुसार राज्य स्तर के पदाधिकारियों का क्षेत्र में भ्रमण होता रहता है। इन भ्रमण कार्यक्रमों में अधिकारियों को गुलदस्ता, स्मृति चिन्ह, शॉल इत्यादि से सम्मानित कर अनावश्यक खर्च किया जाता है। इसलिए पदाधिकारियों का स्वागत फूल के गुलदस्ता इत्यादि से नहीं किया जाएगा। पदाधिकारियों को आधिकारिक बैठक में किसी भी प्रकार का स्मृति चिन्ह या शॉल इत्यादि भी भेंट नहीं किया जाएगा।
कार्यशाला सहित अन्य किसी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि या अन्य विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिन्ह या गुलदस्ते से स्वागत करने की आवश्यकता होने पर स्वागत में गुलदस्ता की जगह पर पौधे एवं स्मृति चिन्ह के रूप में पुस्तक या अन्य कोई ऐसी वस्तु दी जाएगी जो दैनिक उपयोग के लायक हो। अपर मुख्य सचिव ने जारी आदेश का कड़ाई पूर्वक पालन कराने का निर्देश दिया है।