वाराणसी में जागृति फाउंडेशन द्वारा पितृपक्ष पर पूर्वजों की स्मृति में पौधा वितरण समारोह चलाया जा रहा है। जिसके चौथे दिन मंगलवार को अस्सी घाट पर सुबह बनारस के मंच पर गोलोकवासी शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज को श्रद्धांजलि दी गई और उनके स्मृति में में पौधा वितरण किया गया। समारोह का शुभारंभ वैदिक एजुकेशनल सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष व ज्योतिषाचार्य पंडित शिवपूजन शास्त्री एवं लोक भूषण सम्मान से सम्मानित साहित्यकार डॉ जयप्रकाश मिश्र, कवि चकाचौंध बनारसी, समाजसेवी व जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्र, दिव्यांग शिल्पकार राजकुमार ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज के स्मृति में तुलसी का पौधा वितरण किया। इस अवसर पर 2 मिनट का मौन रखकर उनको श्रद्धांजलि भी दी गई।
इस अवसर पर जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्र ने कहा कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती एक ऐसे शंकराचार्य थे जो धर्म के साथ-साथ देश की आजादी की लड़ाई में उल्लेखनीय योगदान दिया है। वह स्वतंत्रता आंदोलन में 19 दिनों तक जेल में भी रहे। गंगा नदी को राष्ट्रीय नदी घोषित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ-साथ राम मंदिर आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर अमित कुमार पांडे ,प्रतिभा पांडे, रामबचन, श्री प्रकाश कुशवाहा, देवाशीष गौतम विजय शर्मा, अनीता देवी, मधु मिश्रा, पुष्पा जी, अनीता सिंह, पंडित सत्येंद्र शास्त्री आदि लोग उपस्थित थे।