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बीआरओ के खिलाफ पंचायत प्रतिनिधि का फूटा गुस्सा, किया प्रदर्शन

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बीआरओ के खिलाफ पंचायत प्रतिनिधि का फूटा गुस्सा, किया प्रदर्शन - हिन्दुस्थान  समाचार

-तीन सूत्री मांगों को लेकर गंगोरी पुल पर दिया सांकेतिक धरना

पंचायत प्रतिनिधि, संयुक्त मोर्चा, भटवाड़ी उत्तरकाशी का बीआरओ के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा है। सोमवार को पंचायत प्रतिनिधि तेखला पुल पर इकट्ठे हुए। इसके बाद पैदल सभी पंचायत प्रतिनिधि नारेबाजी करते हुए गंगोरी पुल पहुंचे और धरना प्रदर्शन किया।

सोमवार को प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष प्रताप रावत के नेतृत्व में पंचायत प्रतिनिधियों ने बीआरओ खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि बीआरओ अपने स्वार्थ और कमियों को छिपाने के लिए आलवेदर रोड को तेखला से बाईपास ले जाना चाह रहे हैं। ताकि उनकी खामियां न उजागर हों और पुल धराशायी होने का मामला भी ठंडे बस्ते में चला जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें केवल बीआरओ का अपना हित है।

वक्ताओं ने कहा कि उत्तरकाशी से हीना तक हाईवे पर छोटे-बडे़ 200 होटल, होमस्टे, दुकानें हैं जिनसे हजारों लोगों की आजीविका चलती है। यही उनकी आय का मुख्य स्त्राेत है। इसके मद्देनजर वर्ष 2008 में बीआरओ ने गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 34 मध्य गंगोरी पर बार्डर का हवाला देकर गंगोरी में डबल लेन का पुल बनाया था, जिसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री से प्रस्तावित था लेकिन उद्घाटन करने से तीन दिन पूर्व ही 18 मार्च 2008 को यह धराशायी हो गया था, जिसमें कुछ मजदूर भी मरे थे। इसकी जांच रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गयी है। उन्होंने जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की भी मांग की।

उन्होंने कहा कि सामरिक दृष्टि से अति संवेदनशील गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भारत-चीन सीमा पर अग्रिम चौकियों के साथ-साथ विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम, बार्डर के दर्जनों गांव को जोड़ता है। ऐसे में जब पहाड़ के मूल स्वरूप और रोजगार को हानि पहुंचाए बिना आलवेदर रोड को डायवर्ट कर हीना की तरफ से बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे वे लोग किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।

गौरतलब है कि प्रतिनिधियों ने कई बार शासन-प्रशासन को उक्त संदर्भ अवगत करवा चुकी है लेकिन 14 साल गुजर जाने के बाद भी समस्याएं जस की तस हैं। इससे परेशान होकर जन प्रतिनिधिगणों ने अन्तिम बार तीन सूत्री ज्ञापन के माध्यम से इन समस्याओं के निदान की मांग करते हुए कहा कि बीते 11 वर्षों से जुगाड़ से चलाए जा रहे बेली ब्रिज को जल्द से जल्द ठीक कराया जाए। संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 11 सितंबर तक उक्त मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो पंचायत प्रतिनिधि मजबूरन धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।

ज्ञापन देने वालों में भरत प्रधान है। प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह रावत, जिला पंचायत सदस्य मनोज मिनान, हंसराज चौहान ,प्रीतम रावत, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटुडा, हरीश डंगवाल, विजयपाल मखलोगा,सुनील नेगीप्रधान, प्रथम सिंह नेगी,संदीप सेमवाल ,मेरेश चौहान,देवेन्द्र चौहान सभासद नीपा अरविन्द कुकरेती, पं. अशोक सेमवाल संजय कुमार सहित ग्रामीण मौजूद थे।

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