सिविल लाइंस में गर्ल्स हाईस्कूल गेट से शुक्रवार को बच्ची को अगवा करने की कोशिश पर सनसनी फैल गई। एक शख्स जूनियर सेक्शन की छात्रा को हाथ पकड़कर ले जाते पकड़ा गया। अभिभावकों ने उसे बुरी तरह पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस देर रात तक उससे पूछताछ में जुटी रही।
घटना सुबह सात बजे के करीब स्कूल खुलने के समय हुई। बच्चे स्कूल जा रहे थे और इसी दौरान एक शख्स जीएचएस गेट से कुछ दूर पर बच्ची का हाथ पकड़कर उसे अपने साथ ले जाते दिखा। शक होने पर अभिभावकों ने उसे टोका तो उसने भागने की कोशिश की। इस पर लोगों ने खदेड़कर उसे पीटना शुरू कर दिया। वहां मौजूद एक महिला अभिभावक तो इतनी आक्रोशित हुई कि उसने भी उस पर थप्पड़ बरसाए।
सूचना मिली तो पुलिस पहुंची और उसे हिरासत में ले लिया। अभिभावकों ने बताया कि पूछताछ करने पर उसने अपना मोबाइल पटककर तोड़ना चाहा। उसके बैग से स्प्रे, डायरी, चॉकलेट, ब्लेड व टेप भी मिला। यह भी कहा कि उसके साथ कुछ अन्य लोग भी थे जो भाग निकले।
पुलिस ने युवक को थाने लाकर पूछताछ की तो उसने अपना नाम तौसीफ पुत्र अंसार बताया। मोबाइल के जरिये परिजनों से बात की गई तो पता चला कि उसके पिता का नाम अंसार है और वह दिल्ली में महिंद्रा पार्क, जहांगीर नगर में रहकर प्राइवेट काम करता है।
युवक मूल रूप से फूलपुर के अगहा गांव का रहने वाला है। जानकारी देने पर दोपहर बाद उसका भाई व गांव का प्रधान भी सिविल लाइंस थाने पहुंच गए। पुलिस को बताया कि तौसीफ की मानसिक हालत ठीक नहीं है। उसका इलाज चल रहा है और वह चार दिन से लापता था।
इंस्पेक्टर सिविल लाइंस वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि घरवालों से कहा गया है कि वह इलाज संबंधी दस्तावेज लेकर आएं। अभिभावकों ने फौरी सूचना दी है लेकिन फिलहाल कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
घटना के बाद जीएचएस की प्रधानाचार्य डॉ. विनीता इसूबियस ने अभिभावकों से अपील की है कि वह बच्चियों को समझाऐं। बताएं कि वह अपरिचित से बात न करें और किसी प्रलोभन में न आएं। वाहन चालकों को भी निर्देशित करें कि वह बच्चियों को गेट तक छोड़ें। इसके साथ ही प्रधानाचार्य ने स्कूल के सभी गेटों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की भी मांग की है। आरोप लगाया कि युवक ने जूनियर विभाग की बच्ची का हाथ पकड़कर उसे अगवा करने की कोशिश की।