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छोटे राजनीतिक दलों पर आयकर विभाग की नजर, औरंगाबाद में लगातार तीसरे दिन छापा जा

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Income Tax Raid: बिल्डर के घर मिला नोटों का पहाड़, 390 करोड़ की संपत्ति..

आयकर विभाग की टीम दलाली के बदले राजनीतिक चंदा उगाहने वाले छोटे राजनीतिक दलों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार को मुंबई में आठ जगहों पर छापेमारी की। औरंगाबाद में चार ठिकानों पर बुधवार से लगातार तीसरे दिन आईटी का छापा जारी है।

आईटी की टीम की ओर से इन छापामार कार्रवाई के बारे में अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि बताया जा रहा है कि मुंबई में 8 जगह छोटे राजनीतिक दलों के मारे गए छापे में दो हजार करोड़ रुपये की हेराफेरी का पता लगा है। आयकर विभाग ने देशभर के 87 शहरों में करीब 110 जगहों पर इस तरह की छापेमारी की है।

सूत्रों के अनुसार देश भर में लगभग 198 छोटे राजनीतिक दल पंजीकृत हैं लेकिन उन्हें चुनाव आयोग की मंजूरी नहीं मिली है। चुनाव आयोग ने केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड को सूचित किया था कि इन छोटे राजनीतिक दलों की वित्तीय गतिविधियां संदिग्ध हैं। इसी के तहत गुरुवार को देशभर में बड़ी छापेमारी की गई। इसी कड़ी में महाराष्ट्र में मुंबई और पुणे में आयकर विभाग ने छापेमारी की है।

सूत्रों के मुताबिक ये छापेमारी मुंबई में आठ जगहों पर की गई। उनमें से एक का पार्टी कार्यालय धारावी स्लम में था। पार्टी ने कुछ संगठनों से 100 करोड़ रुपये का चंदा लिया। उसके बाद यह राशि चार से पांच प्रतिशत कमीशन काटकर संबंधित संस्थाओं को नकदी के रूप में वापस किया गया। एक अन्य पार्टी का कार्यालय एक छोटे से कमरे में था। इस दल ने 80 करोड़ रुपये का चंदा भी स्वीकार किया और शेष राशि को पांच प्रतिशत कमीशन काटकर व्यक्ति और संगठन को नकद में लौटा दिया। इस प्रकार कई छोटी पार्टियां नकद विनिमय के लिए पांच प्रतिशत तक ब्रोकरेज काट लेती हैं और आधिकारिक तौर पर ब्रोकरेज राशि को कहीं भी रिकॉर्ड नहीं करती हैं। उसी के आधार पर यह बात सामने आई है कि बड़ी मात्रा में आय छिपाकर टैक्स चोरी की गई है। इन कार्यालयों से आईटी विभाग ने डिजिटल सबूत और कागज-पत्र बरामद किया है और छानबीन कर रहे हैं।

इसी तरह औरंगाबाद में शिवसेना के करीबी रहे एक बड़े कारोबारी के घर और दफ्तर पर आयकर विभाग ने बुधवार को छापेमारी शुरू की, जो आज तक जारी है। यहां आयकर टीम में 50 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं और सुरक्षा के लिए तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है, जिसमें महिला कर्मचारी भी शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार औरंगाबाद में आईटी की छापामार कार्रवाई राजस्थान में मध्याह्न भोजन घोटाले का हिस्सा बताया जा रहा है। इस कार्रवाई को लेकर पूरी गोपनीयता बरती जा रही है और अभी तक की जांच से क्या निकला, इसकी अधिकृत जानकारी नहीं मिल पाई है।

 

 

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