पूर्व चालक व ग्रामीणों ने विधायक निवास को घेरा, किया रोड जाम
फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम के पूर्व चालक द्वारा करीब दो माह पूर्व आत्महत्या के प्रयास करने के मामले ने आज एक बार फिर तूल पकड़ लिया। विधायक के पीए पर कई लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों के लाखों रुपये हड़पने का आरोप है।
इस मामले में दो माह बाद भी कोई कार्रवाई न होने और लोगों को उनके रुपये वापस न मिलने से खफा पूर्व चालक सुभाष टोपी, उसके परिजनों व गांव कुम्हारिया के लोगों ने शुक्रवार को विधायक दुड़ाराम के भट्टू रोड स्थित आवास का घेराव करते हुए वहां धरना दिया और रोड जाम कर दिया।
धरने के दौरान विधायक दुड़ाराम स्वयं लोगों के बीच पहुंचे और कहा कि वे इस मामले में एसपी से मिलकर उच्चाधिकारियों से पूरे मामले की जांच करवाने का अनुरोध करेंगे। अगर चालक द्वारा लगाए गए आरोपों में सच्चाई है तो कार्रवाई हो लेकिन अगर आरोप झूठे है तो चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
मौके पर मौजूद सुभाष टोपी ने कहा कि वह करीब 15 सालों से विधायक दुड़ाराम के चालक के तौर पर काम कर रहा है। उसने विधायक के पीए राजबीर को कुछ लोगों को पुलिस, होमगार्ड, आईटीआई में नौकरी लगवाने के नाम पर कुल 85 लाख रुपये दिए थे लेकिन जब न तो नौकरी लगी और न ही पैसे वापस मिले तो उसने करीब दो माह पूर्व आत्महत्या का प्रयास किया था।
सुभाष ने आरोप लगाया कि उस समय विधायक दुड़ाराम स्वयं अस्पताल में तब तक रहे जब तक उनके पक्ष में उसके बयान नहीं हो गए। उसका आरोप है कि अस्पताल में भर्ती होने के दौरान विधायक दुड़ाराम व उसके साथी राजेन्द्र खाराखेड़ी सरपंच ने दबाव डालकर उसे उनके पक्ष में बयान देने को कहा।
क्या है पूरा मामला
करीब दो माह पहले विधायक के चालक सुभाष टोपी का एक सुसाइड नोट वायरल हो गया था और चालक को जहरीले पदार्थ के सेवन के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सुसाइड नोट में सुभाष ने विधायक के पीए राजबीर व अन्य पर नौकरी दिलवाने के नाम पर रुपये ऐंठने के आरोप लगाए थे।