बिरनो थाना क्षेत्र से महज सौ मीटर की दूरी पर संचालित अवैध अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गयी। जिसपर परिजनों ने एनएच 31 पर शव रखकर जाम लगा दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की सख्त रवैया नहीं होने के कारण आए दिन झोला छाप चिकित्सकों के कारण मरीजों की मौत हो रही है। परिजनों ने चिकित्सक पर कार्रवाई व मुआवजे की मांग को लेकर बैठे रहे। बिरनो थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने किसी भी तरह से समझा बुझाकर मामला जाम समाप्त कराया। वहीं मृतक के परिजनों के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया । जंगीपुर थाना क्षेत्र के सखुवापुर बघोल गांव निवासी धीरेंद्र बनवासी की पत्नी रेनू वनवासी उम्र 22 वर्ष के प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। जहां ऑपरेशन के दौरान बच्चे को जन्म दिया। जिसके बाद महिला की हालत बिगडने पर चिकित्सकों ने अन्य अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। परिजन जब दूसरे अस्पताल में इलाज करने के लिए पहुंचे तो चिकित्सकों ने भर्ती करने से मना कर दिया। परिजन अवैध रूप से संचालित पवन अस्पताल पहुंचे। तबतक फर्जी चिकित्सक ताला बंद कर फरार हो गया था। आक्रोशित लोगों ने मुआवजा और चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर चक्का जाम कर दिया। बिरनों थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। वहीं महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद अन्य कार्रवाई की जाएगी।