मुंबई सहित आस पास के इलाकों में हर्ष और उल्हास के साथ ढोल तासे सहित भगवान गणेश का विसर्जन शुरु हो गया है। पिछले 10 दिनों तक भगवान गणेश की सेवा करने के बाद गणपति बप्पा मोरया, अगले साल की तू जल्दी आ कहते हुए गुलाल उड़ाते हुए गणेश भक्त भगवान गणेश को विसर्जन स्थल पर ले जा रहे हैं। इससे मुंबई महानगर का माहौल गणेश मय हो गया है। किसी भी तरह का विघ्ररोकने के लिए गणेश भक्तों की सुरक्षा के लिए 20 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मी शहर के चप्पे पर तैनात किए गए हैं। कोरोना की वजह से पिछले दो साल गणेश विसर्जन पर पाबंदी थी, लेकिन इस साल बिना पाबंदी के गणेश भक्त विसर्जन में शामिल हो रहे हैं।
शुक्रवार को सुबह से ही साढ़े पंद्रह हजार पुलिस और एसआरपीएफ की यूनिट तैनात कर दी गई है। फोर्स वन की विशेष टीमों के साथ एसआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स की टीमों को तैनात किया गया है। मुंबई के महत्वपूर्ण विसर्जन स्थलों पर सादे कपड़ों में 600 पुलिस महिला अधिकारियों और कर्मियों को तैनात किया गया है। मुंबई में 77 महत्वपूर्ण विसर्जन स्थलों और 173 कृत्रिम झीलों पर विशेष पुलिस बल तैनात है। लालबाग राजा के विसर्जन जुलूस की सुरक्षा में संयुक्त पुलिस आयुक्त के साथ ढाई हजार पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। विसर्जन के दौरान ट्रैफिक को संभालने में पुलिस की मदद के लिए होमगार्ड के अलावा एनजीओ, एनसीसी के छात्र भी मौजूद हैं। मुंबई के मशहूर लालबाग के राजा गणेशोत्सव मंडल में भगवान गणेश की आरती कर उन्हें विसर्जन स्थल पर मार्गस्थ कर दिया है। आज भी भारी संख्या में गणेश भक्त गणपति बाप्पा मोरया के जयकारे लगा रहे हैं। इसी तरह मुंबई के राजा, गिरगांव के राजा, खेतवाड़ी, चिंतामणि सहित 12 हजार गणेशोत्सव मंडलों ने भगवान गणेश को विसर्जन स्थल पर भगवान गणेश को मार्गस्थ कर दिया है। जबकि लाखों की संख्या में घरेलू गणपति का विसर्जन शुरु हो गया है।
आम मुंबईकरों के साथ-साथ मुंबई नगर निगम, पुलिस, यातायात शाखा सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियां जोर-शोर से गुलाल के साथ भगवान गणेश को विदाई देने के लिए तैयार हैं। नगर और उपनगरों के चौराहों, झीलों और अन्य प्राकृतिक जल स्रोतों में विसर्जन के लिए नगर पालिका ने समुचित तैयारी की है। मुंबई में करीब 12 हजार सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल हैं और अनंत चतुर्दशी पर लाखों घरेलू गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। इसके लिए गिरगांव, दादर, वर्ली, माहिम, बांद्रा, जुहू, वर्सोवा, अक्सा, मारवे सहित विभिन्न स्थानों पर 77 प्राकृतिक विसर्जन स्थलों और 173 कृत्रिम झीलों में विसर्जन की तैयारी की गई है। नगर पालिका ने कृत्रिम तालाबों की भी व्यवस्था की है। सभी विसर्जन स्थलों पर श्रद्धालुओं के लिए नागरिक सुविधाओं का विस्तार किया गया है और हजारों की संख्या में नगर निगम, पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को भक्तों के घर से भगवान गणेश की प्रतिमा को लिए जाने की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है।