शहर के कूड़ाघरों से अब कुछ दिनों बाद न तो दुर्गंध आएगी और न ही गंदगी दिखेगी। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम शहर के सभी कूड़ाघरों में पोर्टेबल कॉम्पेक्टर ट्रांसफर सिस्टम (पीसीटीएस) लगाने जा रहा है। इसके बाद शहरी सीमा क्षेत्र में कूड़ा-कचरा देखने को नहीं मिलेगा। पीसीटीएस लगाने का काम नगर निगम दो चरणों में कराएगा। इसमें पहले चरण में 15 करोड़ की लागत से दस कूड़ा घरों में यह सिस्टम लगेगा।
शुरुआती चरण में प्रत्येक कूड़ा घर में क्षमता के अनुसार दो या तीन पीसीटीएस लगेंगे। यह सिस्टम एक बार में 16 क्यूबिक टन कूड़ा जमा करता है। जो कूड़े को क्रश करके उसमें से निकलने वाले पानी को अलग कर देता है। कूड़ा स्टोर होने के बाद इसे रमना और करसड़ा में बने प्लांटों में रीसाइक्लिंग के लिए भेज दिया जाएगा। अपर नगर आयुक्त दुष्यंत कुमार ने बताया कि इस काम के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वर्तमान में यह सिस्टम दीन दयाल अस्पताल के पास बने कूड़ा घर में लगाया गया है। जहां गंदगी और कूड़े से आने वाली दुर्गंध न के बराबर है।
यहां लगेंगे पीसीटीएस
शहर के बेनिया बाग, शिवपुर, आदमपुर, हरतीरथ, खोजवां, औरंगाबाद, विद्यापीठ, तहसील सदर, हड़हा सराय, रेवड़ी तालाब स्थित कूड़ा घरों में पीसीटीएस लगाया जाएगा।