बहुचर्चित वसूली मामले में आरोपित निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे अब गवाह बनने जा रहे हैं। यदि ऐसा होता है तो पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। गुरुवार को सचिन वाझे ने सेंट्रल इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (सीबीआई) की कोर्ट में गवाह बनने के लिए अर्जी दाखिल की है। इस मामले की सुनवाई सीबीआई कोर्ट में 30 मई को होगी।
जानकारी के अनुसार सचिन वाझे ने सीबीआई को इस संबंध में आवेदन दिया था। जिसे सीबीआई ने कुछ शर्तों के साथ मान्य कर लिया है। इसके बाद गुरुवार को सचिन वाझे ने सीबीआई कोर्ट में अर्जी दाखिल किया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर एक सौ करोड़ रुपये प्रतिमाह रंगदारी वसूली का टारगेट दिए जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा था। इसी पत्र के आधार पर हाई कोर्ट ने मामले की जांच का आदेश सीबीआई को दिया था। सीबीआई ने इस मामले की मनी लॉड्रिंग का निर्देश प्रवर्तन निदेशालय को दिया था और ईडी ने अनिल देशमुख को गिरफ्तार किया था। इस मामले में सीबीआई ने सचिन वाझे को भी आरोपित बनाया है और उनसे भी पूछताछ किया था।