आरोपियों की गिरफ्तारी न होने व मृतक के बेटे द्वारा सुसाइड कर लेने से गुस्साए कर्मचारी
दिल्ली के सिंघु बार्डर पर थार सवार युवकों द्वारा चालक-परिचालक को कुचलने का आरोप
दिल्ली के सिंघु बार्डर पर रोडवेज बस चालक व परिचालक को कुचलने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के रोषस्वरूप हिसार सहित राज्य के अधिकतर रोडवेज डिपुओं में कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी। कुचलने की इस घटना में सोनीपत निवासी चालक की जगबीर की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि परिचालक की हालत गंभीर बनी हुई है वहीं चालक जगबीर के बेटे ने भी पिता की मौत के सदम में जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड कर लिया। हड़ताल कर रहे रोडवेज कर्मचारी चालक व उसके बेटे को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने बुधवार रात को ही इस हड़ताल का ऐलान किया था जिसके चलते गुरूवार सुबह से हड़ताल शुरू हो गई। हड़ताल के ऐलान के चलते हिसार डिपो से सुबह 3.50 बजे चलने वाली चंडीगढ़ की पहली बस नहीं चली। इसके बाद अन्य समय पर विभिन्न रूटों पर चलने वाली बसें भी नहीं चली। सुबह-सुबह यात्री जब अपने गंतव्य के लिए बस अड्डे पर आए तो उन्हें हड़ताल का पता चला। बसें न चलने के कारण उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ी वहीं निजी बसों ने हड़ताल का जमकर फायदा उठाया। निजी बसें परमिट व बिना परमिट वाले रूटों पर चलती रही। जिस तरफ की सवारियां उन्हें ज्यादा दिखाई दी, वे उसी ओर चल पड़ी। रोडवेज अधिकारियों ने भी उन्हें नहीं रोका।
हड़ताल पर बैठे सांझा मोर्चा से जुड़ी यूनियनों के प्रधान रामसिंह बिश्नोई, राजबीर दुहन, पवन बूरा, राजकुमार चौहान, अरूण शर्मा, नरेन्द्र खरड़, अमित जुगलान, कमल निंबल व जितेन्द्र ने बताया कि दिल्ली डिपो में कार्यरत चालक जगबीर गत दिवस सोनीपत से बस में बैठकर दिल्ली जा रहा था। एक थार में सवार दो युवक व युवतियां कभी अपनी गाड़ी को बस से आगे निकाल रहे थेे, कभी पीछे कर रहेे थे कि बस चला रहे चालक ने बस रोककर उन्हें समझाने का प्रयास किया। जब बस चालक ने बस रोकी तो बस में बैठा चालक जगबीर व परिचालक नीचे उतरे और युवकों को गाड़ी रोकने का इशारा किया। युवकों ने अपनी गाड़ी न रोकते हुए चालक जगबीर व परिचालक पर गाड़ी चढ़ा दी। इस घटना में चालक जगबीर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि परिचालक अभी गंभीर है। अभी रोडवेज कर्मचारी संगठन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर ही रहे थे कि मृतक चालक जगबीर के बेटे ने भी बुधवार को जहरीला पदार्थ निगल कर आत्महत्या कर ली। इससे रोडवेज रोडवेज कर्मचारियों का आक्रोश और ज्यादा बढ़ गया और उन्हें बुधवार रात को ही हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी। हिसार में कर्मचारियों ने बस अड्डे पर बैठकर नारेबाजी करते हुए मृतक चालक को शहीद का दर्जा, 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, एक आश्रित को नौकरी, घायल परिचालक को आर्थिक सहायता तथा कुचलने वाले आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। लगभग साढ़े 10 बजे हिसार में जीएम ने यूनियन नेताओं को बुलाकर बसें चलाने की अपील की लेकिन यूनियन नेताओं ने कहा कि कर्मचारियों ने रोषस्वरूप हड़ताल कर रखी है, यूनियनों ने किसी को जबरदस्ती नहीं रोक रखा।
उधर, सिंघु बार्डर पर हुई घटना की प्रतिक्रयास्वरूव रोडवेज के फतेहाबाद, सिरसा, जींद, रोहतक सहित अन्य डिपुओं में भी हड़ताल रही। हालांकि विभाग के महानिदेशक की ओर से सांझा मोर्चा को हड़ताल न करके बातचीत किये जाने का निमंत्रण मिला है लेकिन सांझा मोर्चा का कहना है कि तीन बाद भी घटना के आरोपियों को पकड़ा नहीं गया है, जो पुलिस की लापरवाही को दर्शाता है। रोडवेज विभाग के उच्चाधिकारी पुलिस के उच्चाधिकारियों से बातचीत करके आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी करवाए, अन्यथा हड़ताल को लंबा किया जा सकता है।