कुंभ के पूर्व एक जनवरी 2019 से प्रयागराज एयरपोर्ट के नए टर्मिनल से यात्रियों की आवाजाही आरंभ हुई और 31 अगस्त 2022 तक आने-जाने वाले विमानों की संख्या ने 20 हजार का आंकड़ा पार कर लिया। फिलहाल 44 माह के सफर में यहां आने-जाने वाले कुल विमानों की संख्या 20003 तक पहुंच गई।
बीते माह ही प्रयागराज एयरपोर्ट 15 लाख से ज्यादा आवाजाही वाला सूबे का तीसरा एयरपोर्ट बना था। हालांकि 20 हजार से ज्यादा विमानों की आवाजाही लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट से भी हुई है, लेकिन यह दोनों ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं, जबकि प्रयागराज को यह उपलब्धि घरेेेेलू उड़ान के मामले में मिली है। सूबे में घरेलू उड़ान कानपुर, बरेली, आगरा, गोरखपुर एवं हिंडन एयरपोर्ट, गाजियाबाद से भी होती है, लेकिन यह सभी विमानों की आवाजाही के मामले में प्रयागराज से पीछे हैं।
प्रयागराज एयरपोर्ट से देश के कई महत्वपूर्ण शहरों के लिए सीधी उड़ान उपलब्ध है। वर्तमान में यहां से दिल्ली के लिए एलाइंस एयर और इंडिगो की एक-एक, मुंबई, बंगलूरू, भुवनेश्वर, पुणे, रायपुर, भोपाल, इंदौर, गोरखपुर, लखनऊ, देहरादून के लिए भी इंडिगो की एक-एक जबकि बिलासपुर के लिए एलाइंस एयर की एक उड़ान उपलब्ध है।
अगस्त में पहली बार 660 विमानों की आवाजाही
प्रयागराज एयरपोर्ट के निर्माण के बाद पहली बार अगस्त में इस बार 660 विमानों का आवागमन हुआ। इसके पूर्व वर्ष 2021 में 537, वर्ष 2020 में 364 एवं वर्ष 2019 में 402 यात्री विमानों की एयरपोर्ट में आवाजाही हुई।
प्रयागराज एयरपोर्ट लगातार प्रगति के पथ पर है। प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है कि कुंभ तक यहां इंटरनेशनल उड़ानें शुरू हो जाएं। यहां कई अन्य शहरों के लिए सीधी फ्लाइट चलाने की योजना है। – केशरी देवी पटेल, सांसद एवं अध्यक्ष एयरपोर्ट सलाहकार समिति।