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अमेरिका में प्रवासी भारतीय (वसुधैव कुटुम्बकम) दर्शन के सच्चे दूत हैं – पीयूष गोयल

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उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि अमेरिका में प्रवासी भारतीय ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ (पूरा विश्व एक परिवार है) दर्शन के सच्चे दूत हैं। उन्होंने अमेरिका में भारतीय समुदाय के अभूतपूर्व मूल्य निर्माण तथा इसे साझेदारी, नई तकनीकों और नए विचारों के माध्यम से योगदान और समर्थन के जरिये भारत को वापस देने के लिए सराहना की। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में सामुदायिक स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।

श्री गोयल ने सैन फ्रांसिस्को में ‘इंडिया-यूएस स्टार्टअप सेतु’ (बदलाव और कौशल उन्नयन के लिए उद्यमियों का समर्थन) को लॉन्च किया। सेतु के बारे में श्री गोयल ने कहा कि यह भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के बीच एक सेतु का काम करेगा और उद्यमियों को बदलाव व कौशल उन्नयन में मदद करेगा तथा यूएस में प्रवासी भारतीय की सफलता की कहानियों से प्रेरणा प्राप्त करने में समर्थन प्रदान करेगा। श्री गोयल ने कहा कि समर्थन, मार्गदर्शन, पैसों की कमी के कारण स्टार्टअप्स से सम्बंधित कुछ अच्छे विचार आगे नहीं बढ़ पाते हैं। उपस्थित लोगों से इस पहल में भाग लेने का आग्रह करते हुए श्री गोयल ने कहा कि यह अमेरिका में भारतीयों के लिए, भारत के मेधावी लोगों को समर्थन प्रदान करके देश को कुछ वापस देने का अवसर है।

पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आत्मानिर्भर बनने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार निर्यात पर जोर दे रही है; सरकार के भीतर अधिक एकजुटता के साथ काम करने पर ध्यान दिया जा रहा है, भारत में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई पहल की गई हैं और सरकार पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण और परिवहन के नए तरीकों को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने वैश्विक स्तर पर परिचालन के लिए बड़े कारखानों को बढ़ावा देने से सम्बंधित सेमीकंडक्टर नीति तथा 13 क्षेत्रों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के बारे में भी बताया।

गोयल ने कहा कि भारत उन कंपनियों को सहायता प्रदान कर रहा है, जो भारत में निवेश करना चाहती हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत एक विशाल बाजार का अवसर प्रदान करता है, जो इसे निवेश के लिए बहुत आकर्षक बनाता है। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्था और एक बड़े प्रतिभा पूल की उपलब्धता के भी लाभ होते हैं।

पीयूष गोयल ने कहा कि भारत के साथ काम करने के लिए विश्व स्तर पर बहुत रुचि है और हमारा ध्यान विकसित दुनिया के साथ बेहतर व्यापारिक व्यवस्था पर है। उन्होंने कहा कि हमारे मुक्त व्यापार समझौते भारत के राष्ट्रीय हित पर आधारित हैं और एफटीए पर कई देशों के साथ बातचीत चल रही है।

त्योहारों और अन्य अवसरों पर उपहार देने के लिए प्रवासी भारतीयों से ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद) उत्पादों का उपयोग करने का आग्रह करते हुए श्री गोयल ने कहा कि इससे भारत में लाखों बुनकरों और कारीगरों को आजीविका मिलेगी।

श्री गोयल ने कहा कि भारत बेहतर के लिए बदल रहा है, यह आज बहुत अधिक आत्मविश्वासी है, बहुत अधिक आत्मनिर्भर है एवं और अधिक की आकांक्षा रखता है। उन्होंने अगले 25 वर्षों में विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में भारत की यात्रा में प्रवासी भारतीयों से सहयोग देने और भागीदारी करने का आग्रह किया।

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