असम के ग्वालपारा जिले में एक मदरसा और उससे सटे एक आवास को स्थानीय लोगों ने मंगलवार को ध्वस्त कर दिया। स्थानीय लोगों ने इस मदरसे के देशविरोधी एवं जिहादी गतिविधियों में संलिप्तता का खुलासा होने के बाद यह कदम उठाया।
ग्वालपारा जिले के मटिया थाने की पुलिस के मुताबिक, जिले के दारोगर अलगा, पखिउर चर (नदी का छाड़न वाला क्षेत्र) में जिहादी गतिविधियों के मद्देनजर स्थानीय लोगों ने स्वेच्छा से एक मदरसा और मदरसे से सटे एक आवास को ध्वस्त कर दिया। दो बांग्लादेशी नागरिक इस मदरसे का संचालन कर रहे थे। उससे सटे आवास का इस्तेमाल भी जिहादी गतिविधियों के लिए हो रहा था।
उल्लेखनीय है कि मटिया थाने में केस नंबर 105/22 दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जिहादी गतिविधियों में लिप्त जलालुद्दीन शेख को पिछले दिनों पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जलालुद्दीन शेख ने ही बांग्लादेश के प्रतिबंधित जिहादी संगठन अंसारुल बांग्ला टीम (एबीटी) और एक्यूआईएस के दो कैडरों को मदरसा में शिक्षक के रूप में नियुक्त किया था। फिलहाल दोनों जिहादी अमीनुल इस्लाम उर्फ उस्मान उर्फ मेंहदी हसन और जहांगीर आलम फरार हैं।
पुलिस ने बताया कि दारोगर अलगा, पखिउरा चर स्थित मदरसे में वर्ष 2020-22 में शिक्षक के रूप में दोनों बांग्लादेशी जिहादियों को अलग-अलग समय में जलालुद्दीन शेख ने नियुक्त किया था। दोनों मदरसे में पढ़ाते थे तथा पास में बने आवास में रहते थे। साथ ही जिहादी गतिविधियों के लिए नेटवर्क बनाने में जुटे हुए थे। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।
राज्य में जिहादी गतिविधियों में लिप्त पाये जाने के बाद से अब तक चार मदरसे को ध्वस्त किया गया है। इसमें मोरीगांव जिले में एक, बरपेटा में एक, बंगाईगांव में एक और ग्वालपारा जिले में एक मदरसा शामिल है। तीन मदरसा को जहां प्रशासन ने ध्वस्त किया, वहीं एक को स्थानीय लोगों ने ध्वस्त किया है।