सुभासपा अध्यक्ष के करीबी व कार्यवाहक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सदर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी महेंद्र राजभर ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से और उसके सभी पदों से इस्तीफा देने की सोमवार को प्रेस वार्ता कर घोषणा की है। उन्होंने इस्तीफा देने के कारणों में बताया कि सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर अपने लड़ाई से भटक चुके है। वे गलत दिशा में चले गए हैं जिससे आहत होकर हम लोग पार्टी छोड़ रहे हैं। महेंद्र राजभर ने बताया कि हम सभी कार्यकर्ता 25 से 30 की संख्या में आज सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं। कहा कि नेताजी की जो लड़ाई थी वह लड़ाई आज परिवार पर ही आकर खड़ी हो गई है। नेता जी को कोई कार्यक्रम करना होता है तो तो कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर के वे कार्यक्रम सफल करा लेते हैं और जब कार्यक्रम सफल हो जाता है, और कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने की बारी आती है तो कोई भी फैसला कार्यकर्ताओं से पूछ कर नहीं लिया जाता है, बल्कि तीन लोग निर्णय ले लेते हैं।
ओमप्रकाश राजभर जी तीन लोगों से पूछने के बाद जो भी फैसला लेना पड़ता है तो उनके एक बड़े भाई हैं वह उनसे पूछते हैं। पत्रकारों के सवाल पर बड़े भाई का जिक्र तो नहीं किया लेकिन जब एक पत्रकार ने पूछा कि आपका इशारा मुख्तार अंसारी की तरफ है तो महेंद्र राजभर ने कहा कि आप पीछे जाइए नेताजी के बयान को सुनिए उसमें बड़े भाई का जिक्र आ जाएगा। उसके बाद जब पत्रकार ने पूछा कि क्या मुख्तार को कह रहे हैं तो उन्होंने कहा कि यही मान लीजिए कि वे मुख्तार को ही बड़ा भाई कहते हैं उनसे ही पूछ कर फैसला लेते हैं।
महेंद्र राजभर ने कहा कि हम लोग पार्टी के स्थापना से लेकर अब तक नेताजी के साथ लगकर पार्टी के लिए काम करते रहे। 2017 में मेहनत कर नेता जी को सत्ता में पहुंचाया। लेकिन सत्ता में जाने के बाद नेताजी विचलित हो गए। हम कार्यकर्ताओं का मुख्तार अंसारी से कोई लेना देना नहीं है नेताजी उन्हें अपना बड़ा भाई मानते हैं वह उन्हें बड़ा भाई माने।
जब पत्रकारों ने महेंद्र राजभर से सवाल किया कि आप सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं और सर पर पार्टी का टोपी भी लगाए हैं तो महेंद्र राजभर ने कहा कि हम तो आप लोगों को इस्तीफा का कागज देने के बाद टोपी उतार देते। लेकिन आप लोगों ने कहा बाद में पत्रक दिजिएगा पहले बात बताइए। इसलिए अब टोपी उतार रहे हैं और सभी कार्यकर्ताओं ने बारी-बारी अपनी टोपी उतार कर रख दी।
महेंद्र राजभर ने कहा कि हम लोग शीघ्र ही आपस में तय करके कोई नया फैसला लेंगे। बस आप इतना यकीन करिए कि सुभासपा के 80 प्रतिशत लोग हमारे साथ होंगे।
इस्तीफा देने वालों में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. बलिराज राजभर, प्रदेश महासचिव व जिला पंचायत सदस्य ठाकुर रमेश सिंह, प्रदेश महासचिव अवधेश राजभर व अर्जुन चौहान, रामाश्रय पासवान, पूर्व अध्यक्ष दलित संघ विश्वनाथ प्रताप निराला, कुशीनगर के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सहित अनेकों लोग मौजूद रहे।