जिलाधिकारी के आदेशों को धत्ता बताते हुए खुलेआम गंगा में मूर्ति विसर्जन किया जा रहा है। जबकि डीएम ने नियत स्थानों के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर मूर्ति विसर्जन किए जाने पर कार्रवाई की बात कही थी।
विगत दिनों गंगा समिति की बैठक जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई थी, जिसमें गणेशोत्सव, दुर्गा पूजन के दौरान गंगा में मूर्ति विसर्जन पर रोक का निर्णय लिया था। समिति ने मूर्ति विसर्जन के लिए हरिद्वार में तीन स्थान नियत किए थे। जहां गड्ढ़ा बनाकर उसमें जल भरकर मूर्ति विसर्जन किए जाने के निर्देश दिए गए थे, किन्तु जिलाधिकारी के आदेशों को धता बताकर खुलेआम गंगा में मूर्ति विसर्जन का सिलसिला जारी है। शाम होते ही गंगा में मूर्ति विसर्जन करने वालों को रेला देखा जा सकता है।
प्रेमनगर आश्रम घाट, विश्वकर्मा घाट, ऋषिकुल, कनखल राजघाट में प्रतिदिन मूर्ति विसर्जन की जा रही है। ऐसा नहीं की मूर्ति विसर्जन चोरी-छिपे किया जा रहा हो, जिन स्थानों पर मूर्ति विसर्जन किया जा रहा है, उनमें कई स्थान ऐसे हैं, जहां पुलिस की मौजूदगी हर वक्त रहती है, किन्तु बेरोकटोक गंगा में मूर्ति विसर्जन का सिलसिला जारी है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन डीएम के आदेशों पर अमल नहीं करवा पा रहा है।