उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित लेवाना होटल में लगी अग्निकांड में अब चार लोगों की मौत की खबर आ रही है। दो लोगों की मौत की पुष्टि अस्पताल प्रशासन और स्वयं उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने की है। मृतकों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। सात से अधिक लोग झुलसे है, जिनका इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है। वहीं, होटल में लगी आग को बुझाने के लिए एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाल लिया और रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर चल रहा है।
इधर झुलसे लोगों का हालचाल लेने के लिए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस अग्निकांड की उच्चस्त्रीय जांच होगी, कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को बेहतर इलाज मुहैया कराये जाने के निर्देश दिए साथ ही
शहर के पॉश इलाका हजरतगंज में लेवाना होटल है। इस होटल में करीब 30 कमरे है, जिसमें की 18 कमरे बुक थे। सोमवार की सुबह करीब सवा आठ बजे के दरमियान होटल लेवाना सुईट में आग गई। द्वितीय और तृतीय तल को चपेट में लेने के बाद होटल में धूआ भर गया, जिससे लोगों का दम घुटने लगा। होटल में इमरजेंसी व्यवस्था ने होने की वजह से होटल में ठहरे लोग मदद को लेकर चीखने-चिल्लाने लगे।
इधर घटना की जानकारी होने पर 15 से अधिक दमकल की गाड़ियां और कर्मचारी पहुंचकर राहत बचाव कार्य में जुट गए। फायर कर्मचारी और पुलिस ने होटल का शीशा तोड़कर सीढ़ियों की मदद से बाहर निकाला। लोगों को बचाने में फायरकर्मी चन्द्रेश कुमार भी झुलस गए। सभी झुलसे लोगों को इलाज के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल पहुंचा गया। झुलसे लोगों अंश कौसिक, कामिनी, मोना, राजकुमार, आनंद उपाध्याय, श्रवण और फायर कर्मी प्रदीप का इलाज चल रहा है।
होटल में ठहरे अंश कौसिक के मुताबिक, होटल में सुबह आठ बजे के दरमियान आग लगी, जब वे सो रहे थे। अचानक जब चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनी तो उनकी नींद खुल गई। बाहर देखा तो ही धुंआ ही धुंआ था। थोड़ी देर में धूआ उनके कमरे भी पहुंचा तो उनका भी दम घुटने लगा। अस्पताल के सीएमएस आरपी सिंह के मुताबिक होटल में हुई घटना में झुलसे लोगों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है। इस घटना में दम घुटने से दो लोगों की मौत हुई है।
घटना की जानकारी पर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि शार्ट सर्किट के चलते होटल में आग लग गई है। सभी को रेस्क्यू करके बाहर निकाल लिया गया है। पूरे मामले की जांच की जायेगी। मंडलायुक्त रोशन जैकब ने कहा कि होटल मानक और फायर उपकरणों की जांच होगी। दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इधर एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने होटल से जुड़ी सभी फाइलों को तलब किया है। पुलिस कमिश्नर एस बी शिरोड़कर ने बताया कि होटल प्रबंधन के रिकॉर्ड के अनुसार 38 से 40 लोग यहां पर रुके हुए थे, जिसमें से 10 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है, इसमें से दो लोगों की मौत हो गई जबकि सात लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं।
मरीजों का हालचाल लेने पहुंचे योगी-ब्रजेश पाठक
लेवाना होटल में झुलसे लोगों का हालचाल लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल अस्पताल पहुंचे। मरीजों का उनका हालचाल पूछने के बाद अस्पताल प्रशासन को बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने मंडलायुक्त व पुलिस कमिश्नर को जाँच के आदेश दिए हैं।
इधर, मुख्यमंत्री के बाद उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए बताया कि इस अग्निकांड मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी, इसमें जो भी दोषी होगा उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जताया शोक
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लेवाना होटल में लगी आग पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी कि लखनऊ के एक होटल में आग लगने की दुखद घटना की मुझे जानकारी प्राप्त हुई। स्थानीय प्रशासन से मैंने स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी है। मेरा कार्यालय लगातार स्थानीय प्रशासन के सम्पर्क में है। मैं घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से कामना करता हूं।
होटल में नहीं था इमरजेंसी एग्जिट
आग लगने के मामले में लेवाना होटल के मालिक राहुल और रोहित अग्रवाल की सामने आई है कि होटल को मानकों के विपरीत बनाया गया है। इसमें इमरजेंसी एग्जिट की व्यवस्था नहीं थी। ऋतु सुहास के कार्यकाल में होटल को नोटिस दिया गया था, लेकिन यह कार्रवाई भी ठंडे बस्ते में चली गई। दोनों को एलडीए का सरंक्षण प्राप्त है। अब जब यह घटना सामने आई तो एलडीए प्रशासन में हड़कम्प मच गया है।