पल्लवी जोशी हाल ही में साल की सबसे चर्चित फिल्म द कश्मीर फाइल्स में नजर आई थीं। इस फिल्म ने उन दिनों खूब चर्चा बटोरी थी। 300 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करके ये फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। ये एक ऐसी फिल्म थी जिसने कोरोना महामारी के बाद सिनेमाघरों में इतने बड़े स्तर पर कमाई की थी। इस फिल्म में अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी और दर्शन कुमार मुख्य भूमिकाओं में नजर आए थे। इस फिल्म के जरिए विवेक अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी ने फिल्मों का नया ट्रेंड सेट किया था। हाल ही में पल्लवी जोशी ने बायकॉट बॉलीवुड के बारे में बात की है।
इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर एक से बढ़कर एक फिल्में रिलीज तो हो रही हैं, लेकिन फ्लॉप हो जा रही हैं। लाल सिंह चड्ढा, शमशेरा, रक्षा बंधन कोई भी फिल्में सिनेमाघरों में टिक नहीं पा रही हैं। ज्यादातर फिल्मों को दर्शक रिजेक्ट कर दे रहे हैं। हाल ही में पल्लवी जोशी ने बायकॉट बॉलीवुड के बारे में एक इंटरव्यू के दौरान बात की है। इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि बॉलीवुड से कहां चूक हो रही है कि फिल्में फ्लॉप हो रही हैं।
इस सवाल के जवाब में पल्लवी जोशी कहती हैं- मैं कोई बॉलीवुड एक्सपर्ट नहीं हूं, इसलिए मुझे नहीं पता कि शमशेरा और दोबारा जैसी फिल्मों में क्या गलती थी, जो वो नहीं चलीं। लेकिन मैं आपको इतना बता सकती हूं कि हमारी फिल्म में ऐसा क्या था जो वह इतना चली। पल्लवी जोशी ने आगे कहा कि दरअसल हमारी फिल्म रियल इशू बेस्ड फिल्म थी, जिसके बारे में फिल्म बनाने से मेकर्स अक्सर बचते हैं। पल्लवी जोशी ने आगे कहा कि ऐसे भी दिन थे, जब थियेटर से मैंने अपना फोकस खो दिया था। मुझे ऑडियंस का सेम रिएक्शन नहीं मिल रहा था। वो मेरी जिंदगी के सबसे खराब दिन थे और फिल्मों पर भी यही चीजें लागू होती हैं। बायकॉट ट्रेंड पर पल्लवी जोशी ने कहा कि अगर देश में फिल्मों के खिलाफ इतने बड़े लेवल पर विरोध चल रहा है तो मेकर्स को आत्मनिरीक्षण करना बहुत जरूरी है।
पल्लवी जोशी बोलीं कि मेकर्स बिना दर्शकों के कुछ नहीं हैं, उन्हें ये बात समझनी होगी। उन्होंने कहा कि फिल्म कश्मीर फाइल्स को इसलिए पसंद किया गया क्योंकि इसमें समस्याओं को उठाया गया था। एक आर्टिस्ट के रूप में, प्रशिक्षण समाज को आईना दिखाने के लिए है। पल्लवी जोशी ने कहा कि राज कपूर, सुनील दत्त और मनोज कुमार की फिल्मों को देखा जाए तो उन्होंने वह दिखाया था जो कुछ भी समाज में हो रहा था।