प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और राजकीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती की अर्हता एक समान किए जाने की तैयारी है। इसके लिए शासन स्तर पर कमेटी गठित की गई है और कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। नई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए कुछ दिनों पहले ज्ञापन देने पहुंचे अभ्यर्थियों के समक्ष अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) केके गुप्ता ने स्थिति स्पष्ट करते हुए यह जानकारी दी। अभ्यर्थी लगातार मांग रहें हैं कि अर्हता संबंधी विवाद का निराकरण शीघ्र किया जाए, ताकि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का विज्ञापन शीघ्र जारी कर सके। पांच विषयों में समकक्ष अर्हता को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है।
राजकीय और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में पाठ्यक्रम एक समान है। यहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को वेतन भी एक समान मिलता है, लेकिन दोनों जगह शिक्षक भर्ती के लिए अलग-अलग अर्हता निर्धारित है। इसी वजह से भर्ती शुरू होने के बाद अक्सर मामला कोर्ट में जाता है और सुनवाई पूरी होने तक भर्ती फंसी रहती है।
प्रतियोगी छात्र मोर्चा के प्रदेश संरक्षक अनिल उपाध्याय और प्रदेश अध्यक्ष विक्की खान का कहना है कि समकक्ष अर्हता का विवाद जल्द ही दूर कर लिए जाने का आश्वासन दिया गया है। ऐसे में आयोग की ओर से आयोजित की जाने वाली एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी भर्ती की अर्हता एक समान हो जाएगी।
संगीत विषय में एलटी ग्रेड शिक्षक (सहायक अध्यापक) पद के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने प्रभाकर एवं बीएड की अर्हता और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने टीजीटी (सहायक अध्यापक) भर्ती के लिए प्रभाकर की अर्हता निर्धारित की है।
कंप्यूटर साइंस में आयोग ने कंप्यूटर से स्नातक एवं बीएड की अर्हता निर्धारित की है। जब चयन बोर्ड ने कंप्यूटर साइंस विषय में भर्ती के लिए अब तक कोई विज्ञापन ही जारी नहीं किया।
हिंदी में आयोग ने इंटर में संस्कृत के साथ हिंदी से बीए एवं बीएड और चयन बोर्ड ने इंटर में संस्कृत के साथ हिंदी से बीए एवं बीएड अथवा हिंदी एवं संस्कृत से बीए और बीएड की अर्हता निर्धारित की है।
कला में आयोग ने बीएफए एवं बीएड अथवा कला से बीए एवं बीएड और चयन बोर्ड ने इंटरमीडिएट प्राविधिक कला एवं स्नातक की अर्हता निर्धारित की है।
अंग्रेजी में आयोग एवं बोर्ड ने अंग्रेजी साहित्य से बीए एवं बीएड की अर्हता निर्धारित की है, जबकि अन्य राज्यों में अंग्रेजी भाषा की अर्हता रखने वाले अभ्यर्थियों को भी भर्ती में शामिल होने का मौका मिलता है।