बिहार और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती सीवान का चर्चित व्यवसायिक केन्द्र मैरवा बाजार के सड़कों पर लगने वाली भीषण जाम अब आम लोगों के लिए विकराल समस्या बनती जा रही है।
बताते चलें कि मुख्य बाजार की सड़कों पर अतिक्रमण मुक्त कराने की स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के कारण यह समस्या दिनों दिन गंभीर रूप लेती जा रही है। मुख्य बाजार के सड़क पर लगने वाले अतिक्रमण पर प्रशासन पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। करीब 2 किलोमीटर लंबे इस बाजार पर घंटों तक जाम लगा रहता है। जिससे आम इंसानों के साथ साथ दुकानदारों को भी काफी फजीहत होना पड़ता है। इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
गौरतलब हो कि मैरवा में जिले के कई इलाकों से लोगों का आना जाना लगा रहता है। मैरवा में गुठनी, नौतन, दरौली, जीरादेई, बवाना,जतौर, सेलौर आदि स्थानों से लोग अपनी आवश्यकताओं के समान खरीदने आते हैं।
यही नहीं मैरवा में पड़ोसी राज्य यूपी के लार, चुरिया, मेहरौना, बनकटा, सलेमपुर,सोहनपुर, से भी लोग आते हैं। इन लोगों को प्रति दिन लगने वाले जाम से काफी परेशानी होती है।
मैरवा मुख्य बाजार में प्रति दिन लगने वाले भीषण जाम के संबंध में दुकानदारो का कहना है कि रेलवे के द्वारा जो गिट्टी का रेक आता है उसी से डम्फर वाले के वजह से और ठेलिया पर बेचने वाले ने बीच रोड पर लगा देने के वजह से जाम की समस्या झेलनी पड़ती है।
वहीं मैरवा बाजार में जाम और अतिक्रमण के खिलाफ स्थानीय प्रशासन ने लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। इस संबंध में सीओ शंभूनाथ राम का कहना है कि सन 2021 में करीब 210 लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। और उनसे सड़क के किनारे किए गए अतिक्रमण व उससे जुड़ी समस्याओं को तुरंत हटाने का निर्देश दिया गया है। उनका कहना था कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।