बेगूसराय जिले के आधा हिस्से में बाढ़ और आधा हिस्से में सुखाड़ से बिगड़ते हालात के मद्देनजर अपने संसदीय क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पूरे एक्शन मोड में हैं। शनिवार को बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित शाम्हो प्रखंड के बाढ़ग्रस्त इलाके का निरीक्षण पर निकलने से पूर्व गिरिराज सिंह ने सुबह-सुबह बिहार सरकार पर अटैक किया है।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि बेगूसराय की जनता बाढ़ और सूखा की आपदा से त्राहिमाम कर रही है। आपदा से प्रभावित जिले के हजारों किसानों को 25-25 हजार मुआवजा एवं बाढ प्रभावितों को तुरंत सभी सुविधा मुहैया कराने की जरूरत है। बेगूसराय को अपना प्रभावित जिला घोषित करने की जरूरत है। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नीतीश सरकार बेगूसराय के आपदा को आपदा नहीं मानती, इस सौतेले व्यवहार का कारण क्या है, क्या बेगूसराय बिहार में नहीं है।
उल्लेखनीय है कि बेगूसराय आने से पूर्व दो दिन पहले गिरिराज सिंह ने एक वीडियो जारी कर बेगूसराय को आपदा ग्रस्त घोषित जिला कर 25-25 हजार मुआवजा देने की मांग किया था। इसको लेकर बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा बेगूसराय जिले को सूखाग्रस्त और बाढ़ग्रस्त घोषित किए जाने से संबंधित वक्तव्य का कोई मतलब नहीं है। किसी भी तरह की आपदा की घोषणा के संबंध में बिहार में मानक संचालन प्रक्रिया निर्धारित है, उसकी जिम्मेदारी अधिकारियों को पहले से दी हुई है तथा बिहार में आपदा प्रबंधन की मानक संचालन प्रक्रिया सर्वश्रेष्ठ है। बेगूसराय जिले की बात हो या फिर किसी दूसरे जिले की, आपदा के तहत सूखा या बाढ़ के स्थिति की सरकार लगातार मानीटरिंग कर रही है। विजय चौधरी के इसी बयान को लेकर गिरिराज सिंह ने एक बार फिर बिहार सरकार को निशाने पर लिया है।