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राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए दस सितम्बर से शुरू होगी ऑनलाइन प्रक्रिया : गिरिराज सिंह

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गिरिराज सिंह

उत्कृष्ट कार्य करने वाले देशभर के पंचायतों को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर मिलने वाले सम्मान के लिए आवेदन ऑनलाइन करने की प्रक्रिया दस सितम्बर से शुरू होगी तथा 31 अक्टूबर तक प्रविष्टि ऑनलाइन किया जा सकता है।

केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि पंचायती राज मंत्रालय द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों को प्रत्येक वर्ष 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जाता है। विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के विभिन्न श्रेणियों के लिए आवेदन आमंत्रित करने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा रही है।

इस बार राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के स्वरुप एवं संरचना में आमूलचूल परिवर्तन किया गया है। जिससे कि प्रखंड, जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण एवं लक्ष्यों की प्राप्ति से संबंधित विषयगत क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य करने वाली पंचायतों की पहचान, प्रोत्साहन एवं समुचित सम्मान किया जा सके। सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण की प्रक्रिया से सभी परिचित हैं एवं इससे संबंधित विषयगत क्षेत्रों में लक्ष्य प्राप्ति के लिए पंचायतों ने संकल्प भी लिया है।

इस वर्ष पंचायतों में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के स्थानीयकरण और प्राप्ति की गति में तेजी लाने के लिए नौ एसडीजी आधारित विषयों के साथ संरेखित एक बहु-स्तरीय प्रतियोगिता करने के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के प्रारूप, प्रक्रियाओं और श्रेणियों को व्यापक रूप से संशोधित किया गया है। नई पुनर्संरचित पुरस्कार प्रणाली के विषय में विस्तृत जानकारी panchayataward.gov.in पर उपलब्ध कराई गई है। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों की विभिन्न श्रेणियों के तहत पुरस्कारों एवं रैंकिंग के लिए सभी पंचायतों द्वारा ऑनलाइन प्रविष्टियां करने के लिए पोर्टल दस सितम्बर को लाइव किया जाएगा तथा प्रविष्टियां ऑनलाइन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित की गई है।

गिरिराज सिंह ने कहा कि देश के सभी ग्राम पंचायतों के सरपंच, ग्राम प्रधान, मुखिया एवं अध्यक्ष से राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने तथा अन्य पंचायतों को भी इसके लिए प्रेरित करे की अपील की जा रही है। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों की पारदर्शी चयन प्रक्रिया में भाग लेना सरल एवं सुगम है। किसी प्रकार की तकनीकी समस्या के समाधान के लिए पंचायती राज विभाग या राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) के अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि पंचायत योजना का प्रोत्साहन संशोधित राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान की केंद्र प्रायोजित योजना के केंद्रीय घटकों में से एक है। इस योजना के तहत, विभिन्न प्राथमिकता वाले क्षेत्रों एवं विषयों के तहत उनके प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए पुरस्कार विजेता पंचायतों के लिए वित्तीय प्रोत्साहन सहित सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को ”राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार” दिए जाते हैं। यह पुरस्कार राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर 24 अप्रैल को दिया जाता है।

पंचायत स्तर पर एलएसडीजी प्राप्त करने की दिशा में एक व्यवस्थित योजना, कार्यान्वयन, निगरानी और जवाबदेही के लिए पंचायती राज संस्थाओं को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों का पुनर्गठन किया गया है। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के माध्यम से पंचायत योजना को प्रोत्साहन देने का उद्देश्य है नौ पहचाने गए विषयों के माध्यम से एसडीजी की प्राप्ति में पीआरआई के प्रदर्शन का आकलन करना। पंचायती राज संस्थाओं के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देना, पीआरआई के माध्यम से एसडीजी के स्थानीयकरण की प्रक्रिया को उत्प्रेरित करना और 2030 तक एलएसडीजी प्राप्त करने के महत्व के संबंध में पीआरआई को संवेदनशील बनाना है।

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