अठहठा गांव में बुधवार शाम गंगा में नाव हादसे में मरने वालों की संख्या सात हो गई है। गुरुवार सुबह एनडीआरएफ और पीएसी के गोताखोरों ने नदी में डूबे पांच लोगों के शव बरामद किए। इस दौरान एसडीएम सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद रहे। हादसे में दो लोगों की पहले ही मौत हो चुकी थी। नदी से पांच शवों के बाहर निकाले जाने के बाद कोहराम मच गया।
गुरुवार सुबह एनडीआरएफ व पीएसी के गोताखोरों की टीम ने गंगा में डूबे पांच लोगों की तलाश शुरू की। इस दौरान सत्यम (14 वर्ष), संध्या (08 वर्ष), अमित (14 वर्ष), खुशी (13 वर्ष) व आलिया (05 वर्ष) का शव बरामद हुआ। नदी से शवों के बाहर निकाले जाने के बाद मौके पर कोहराम मच गया। गांववालों ने कहा कि इस बार की बाढ़ ने हमलोगों को ऐसा जख्म दिया है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने तहसील प्रशासन पर अनदेखी और लापरवाही का आरोप लगाया। बताया कि उन्होंने अफसरों से कई बार गुजारिश की थी कि पर्याप्त संख्या में नावें उपलब्ध कराई जाएं। इसके बावजूद महज एक नाव उपलब्ध कराई गई। इसकी वजह से बुधवार शाम भीषण नाव हादसा हुआ। इस बीच, अठहठा गांव में मातम छाया रहा। किसी घर में चूल्हा नहीं जला।