विधानसभा के विशेष सत्र का चौथा दिन भी हंगामेदार रहा। बुधवार को सत्ता पक्ष के तमाम विधायक ‘ऑपरेशन लोटस’ की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर सदन में हंगामा करने लगे। इसके चलते दो बार सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। दोपहर 12 जब दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब भी हंगामा हुआ।
आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक और कुलदीप ने कहा कि केंद्र में जब से भाजपा की सरकार बनी है, वह गैर भाजपा शासित राज्यों में अपनी सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की है। अभी तक 277 विधायकों की खरीद-फरोख्त भाजपा कर चुकी है। इसके लिए 6300 करोड़ रुपये कहां से आए, इसकी जांच होनी चाहिए।
‘आप’ के विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि हम पिछले कई दिनों से बीजेपी से मांग कर रहे हैं कि वे बताएं विधायकों के खरीद-फरोख्त के लिए पैसे कहां से लाती है ? दिलीप पांडे ने आगे कहा कि आज तो भाजपा वाले भी इस बात के लिए तैयार हो गए हैं कि इस मामले की जांच कराई जाए।
भाजपा सांसदों ने उपराज्यपाल को पत्र लिखा है। अब हमलोग भी पुरजोर तरीके से मांग करते हैं कि आप विधायकों ने जो अपने खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए हैं वह सही है या नहीं ? इसकी जांच हो। अब हमलोग दोपहर तीन बजे सीबीआई से जाकर गुजारिश करेंगे कि वे ऑपरेशन लोटस जिसके तहत कई राज्यों में बीजेपी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सरकार बनाई है और दिल्ली में यह ऑपरेशन विफल रहा, पूरे ऑपरेशन की जांच करें।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी भाजपा पर जोड़-तोड़ से सरकार बनाने को लेकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि भाजपा को महाराष्ट्र की सरकार गिरानी थी तो दूध, दही, छाछ पर जीएसटी लगा दी, दोस्तों के कर्जे माफ करने होते हैं, तो पेट्रोल- डीजल महंगा करते हैं।
केजरीवाल ने उस दिन ही कहा था कि खबर है कि झारखंड की सरकार गिराने वाले हैं, शर्तिया तौर पर कह रहा हूं कि अगले कुछ दिन में किसी न किसी चीज पर जीएसटी बढ़ेगी।