उत्तर प्रदेश के 22 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते किसानों की चिंताएं बढ़ गईं हैं। बाढ़ ग्रसित इलाकों में हजारों हेक्टेयर फसल भी प्रभावित हो चुकी है।
शिव की नगरी काशी में गंगा का रौद्र रूप जारी है। गंगा के बढ़ते जलस्तर की वजह से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बाढ़ पीड़ित हालातों के आगे लाचार हैं। पानी ज्यों-ज्यों बढ़ रहा है लोग घर खाली कर रहे है। बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों को वर्तमान के साथ ही भविष्य की चिंता उन्हें घेरते जा रही है। खतरे के निशान को पार करने के बावजूद जलस्तर में बढ़त लगातार जारी है।
धीरे-धीरे बढ़ाव के कारण जलस्तर वर्ष 2013 के रिकॉर्ड 72.630 मीटर के करीब पहुंच रहा है। रविवार शाम ही बाढ़ का पानी काशी विश्वनाथ धाम की दहलीज तक पहुंच गया है। धाम से सटे मणिकर्णिका घाट को डूबोकर अब ऊपर घुसने लगा है।