सुप्रीम कोर्ट ने वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ 13 साल पुराने अवमानना केस को बंद कर दिया है। 2009 में तहलका मैगज़ीन में छपे बयान में भूषण ने दो पूर्व चीफ जस्टिस को भ्रष्ट कहा था।
प्रशांत भूषण पर पूर्व चीफ जस्टिस एचएस कपाडिया और केजी बालाकृष्णन के खिलाफ आरोप लगाने का मामला है। 2020 में प्रशांत भूषण ने खेद जताते हुए कहा था कि उन्होंने आर्थिक भ्रष्टाचार की बात नहीं कही थी। सुप्रीम कोर्ट ने इसके आधार पर मामला बंद कर दिया।