बाहरी दिल्ली के नागलोई इलाके में देर रात ओपन पीवीसी स्क्रैप में अचानक आग लग गई और देखते ही देखते आग भड़क गई। मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों को कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने में कामयाबी मिली। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई घायल या हताहत नहीं हुआ। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
दमकल विभाग के अनुसार देर रात के 11:50 पर यहां आग लगने की सूचना मिली थी। अलग-अलग इलाकों से आग बुझाने वाली एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। मामले की गंभीरता को देखते हुए डिविजनल ऑफीसर अशोक कुमार जायसवाल की देखरेख में असिस्टेंट डिविजनल ऑफीसर सरबजीत सिंह और राजीव सिन्हा की टीम भी मौके पर आग बुझाने में जुटी रही।
करीब 65 दमकल कर्मियों की टीम ने आखिरकार तड़के 4 बजे के आसपास आग पर काबू पा लिया और उसके बाद कूलिंग का काम चलता रहा। जिससे कि पूरी तरीके से प्लास्टिक कबाड़ में लगी आग ठंडी हो जाए और दोबारा आग ना भड़के। जिस जगह पर यह आग लगी थी वह नांगलोई का कमरुद्दीन नगर का इलाका है। यहां पर करीबन 5000 गज में फैले प्लास्टिक स्क्रैप में आग लगी थी।
उल्लेखनीय है कि पहले भी यहां इस तरह की घटना हो चुकी है। ओपन एरिया में पीवीसी स्क्रैप के छोटे बड़े गोदाम हैं और ओपन में यहां पर कबाड़ को डाला जाता है। प्लास्टिक कबाड़ होने की वजह से आग जल्दी फैल जाती है जिससे कई बार आग की बड़ी घटना भी हो चुकी हैं।
दिल्ली में पिछले साल से 1634 कॉल ज्यादा
आंकड़ों के मुताबिक इस साल वर्ष 2021-22 के दौरान दमकल विभाग के कंट्रोल रूम को कुल 27343 कॉल्स (एक अप्रैल से 31 मार्च तक) मिली थीं। यह आंकड़ा 2020-2021 के दौरान 25709 का था। आंकड़ों के हिसाब से पिछले साल के मुकाबले कुल 1634 कॉल की संख्या में इजाफा हुआ। वहीं कोविड से पूर्व वर्ष 2019-2020 और 2018-2019 की बात करें तो यह आंकड़ा 31 हजार से ज्यादा का था। लेकिन उस समय हादसों में जान गंवाने लोगों की संख्या बेहद कम थी। इस साल जान गंवाने वालों लोगों की संख्या 591 है। यह पिछले साल 346 थी।