मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिला तृणमूल अध्यक्ष अणुव्रत मंडल ने आसनसोल के विशेष सीबीआई जज को अपने नाम से धमकी दिए जाने को लेकर साजिश का आरोप लगाया है। बुधवार को उन्हें एक बार फिर उसी कोर्ट में पेश किया जाना है जहां के जज को पत्र लिखकर धमकी दी गई है। इसके लिए सीबीआई के अधिकारी सुबह-सुबह उन्हें लेकर रवाना हुए हैं।
बुधवार सुबह अदालत में पेशी से पहले मीडिया से मुखातिब अणुव्रत मंडल से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मेरे नाम से जज को जो धमकी दी गई है उस घटना की सीबीआई जांच की मांग मैं कोर्ट में करूंगा। दरअसल जो जज अणुव्रत मंडल मामले की सुनवाई कर रहे हैं उन्हें एक धमकी भरा पत्र दिया गया है जिसमें पत्र लिखने वाले ने कहा है कि मवेशी तस्करी मामले में अणुव्रत मंडल को जल्द जमानत दीजिए नहीं तो आपको सपरिवार गांजा तस्करी मामले में फंसाया जाएगा।
जज का नाम राकेश चक्रवर्ती है। उन्हें 20 अगस्त को धमकी भरी चिट्ठी मिली है। भेजने वाले का नाम बप्पा चट्टोपाध्याय लिखा गया है। खास बात यह है कि बप्पा चट्टोपाध्याय उसी कोर्ट में रजिस्ट्रार है जिसके जज को धमकी दी गई है। उन्होंने दावा किया है कि चिट्ठी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है और निश्चित तौर पर उनके नाम पर किसी और ने यह पत्र भेजा है। पुलिस को घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।
दूसरी ओर अणुव्रत मंडल से इस पत्र के आलोक में जमानत में बाधा की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अब मुझे जमानत मिलेगी या नहीं मिलेगी यह तो कोर्ट तय करेगा। देखा जाए।